दुमका से सैलेन्द्र सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला स्वस्थ्य की जानकारियो के सन्दर्भ में सामाजिक कार्यकर्ता से साक्षात्कार कराते हुए कहते है की महिला की अधिकतम मौते प्रसव के दौरान हो जाती है जिसका मुख्य कारन जानकारी की कमी है, आंकड़े कहते है की हर 2 घंटे में 1 महिला की मृत्यु असुरक्षित गर्भपात के कारण हो जाती है,कोई भी महिला गर्भ के 20 सप्ताह के अन्दर सुरक्षित गर्भपात करवा सकती है