जिला बोकारो,प्रखंड पेटरवार से सुषमा कुमारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि पिछले दिन के न्यूज में आप सभी यह देखें होंगे कि एक पिता अपने मृत बच्चे का शव पीठ पर बांध कर अस्पताल से अपने घर ले जा रहें हैं। इससे यह साफ पता चलता है कि हमारे राज्य को सुधार करने में अब भी काफी समय लगेगा।यह स्थिति सरकारी अस्पतालों में लोगो को हो रही परेशानियों को साफ दर्शाता है।यह हमारे राज्य का तीसरा और शर्मसार घटना है।आखिर क्यों सरकार कोई घटना होने के बाद ही जाँच करती है, इससे पहले सरकार क्यों शांत बैठी रहती है? क्यों अस्पतालों में दवाईयों की कमी हो जाती है?जबकि सरकार द्वारा पहले से ही अस्पताल में दवाइयां उपलब्ध करा दी जाती है। ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो सके।लेकिन सरकारी अस्पतालों की दवाइयों को महज कुछ पैसों के लिए डॉक्टर द्वारा अन्य अस्पताल में बेच दिया जाता है। और मरीजों के लिए परिजनों को दवाइयां बाहर से खरीदने को कहा जाता है।दवा खरीदने के लिए परिजनों के पास पैसे नहीं होने के कारण उन्हें ऐसे दिन देखना पड़ जाता है।अतः सरकार को सरकारी अस्पतालों की जाँच करनी चाहिए ताकि किसी भी मरीज की मृत्यु दवा के अभाव में ना हो सके।