जिला पूर्वी सिंघभूम के पोटका प्रखंड से सुबोध कुमार भगत जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि पहले राज्य सरकार द्वारा बरसात आने से पहले प्रत्येक गांव-गाँव में निकटतम प्रखंड स्तर से कार्यकर्ताओं को भेजा जाता था जो प्रत्येक गांव के घर-घर में डीडीटी पाउडर का छिड़काव करते थे।जिससे मलेरिया,चिकनगुनिया,डेंगू जैसी घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छर को खत्म किया जाता था। लेकिन आज यह देखा जाता है कि ना ही डीडीटी पाउडर का छिड़काव किया जाता है और ना ही मच्छरदानी का वितरण किया जाता है।आज यह देखने को मिलता है कि बरसात के आते ही ग्रामीण क्षेत्र के लोग मलेरिया,चिकनगुनिया,डेंगू जैसी बीमारी का शिकार हो जाते है और कितने मरीजों की जान चली जाती है।अतः सरकार अपने कार्यो में तेजी लाए तथा ग्रामीणों को सुविधा मुहैया करें