जैसा की हम सभी जानते हैं कि देश में सत्ता विकेन्द्रीकरण के उद्देश्य से भारतीय संविधान में 73 वां संविधान संशोधन कर पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया गया।तत्पश्चात झारखण्ड में 32 वर्षों के बाद ,वर्ष 2010 में पंचायत चुनाव हुआ।पंचायत चुनाव होने के बाद, पंचायत प्रतिनिधियों को, गांव का विकास हो सके इस दृष्टिकोण से कई अधिकार प्रदान किये गएँ हैं। और अब, राज्य में हुए पंचायत चुनाव के लगभग 7 साल पुरे होने को हैं। श्रोताओं हम आपसे जानना चाहते हैं कि राज्य में पंचायत चुनाव होने के पश्चात् इन 7 सालों में आपके गांव एवं पंचायत में क्या कोई परिवर्तन आया है ? अगर वाकई में आपके पंचायत में कोई बदलाव देखने को मिला है,तो वह किस तरह के बदलाव आएं हैं ? क्या सरकार के सत्ता विकेन्द्रीकरण का उद्देश्य पंचायतों में सफल हो रहा है ? साथ ही महिलाओं को आगे लाने के लिए पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दी गई है पर क्या महिलाएं आरक्षण का लाभ उठा पा रही हैं ?श्रोताओं आपके अनुसार पंचायत चुनाव के बाद खास कर महिलाओ में किस तरह के बदलाव आएं हैं ?और पंचायतों में हुए, पंचायत चुनाव का बेहतर परिणाम देखने को मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा क्या किया जाना चाहिए ?