हजारीबाग जिले के ईचाक प्रखंड से तेजनारायण कुशवाहा जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि झारखण्ड में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। सूचना का अधिकार अधिनियम भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए उपयोग किया गया है, लेकिन व्यवस्था में भ्रष्टाचार की भरमार है। इस पर किसी भी तरह का अंकुश नहीं लग पाया है। हर जगह निगरानी का ब्यौरा बनाया गया है, लेकिन ये भी कही कामगार साबित नहीं हो रही है। ग्रामीण-शहरी क्षेत्र हो या जनप्रद नगर-पालिका हो सभी जगह पर भ्रष्टाचार हावी चूका है। प्रत्येक सरकारी योजनाये जैसे- कुंआ, तालाब, पोखर, नदी, नाला, नहर, लघु-सिचाई एवं अन्य योजनाओ में कमीशन-खोरो का तांता लगा हुआ रहता है।