हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड से तेजनारायण प्रसाद कुशवाहा जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनके हजारीबाग प्रखंड में जल,वायु एवं ध्वनि प्रदूषण चरम सीमा पर पहुँची हुई है। जिससे लोगो की आंशिक दृष्टि और सुनने की शक्ति धीरे-धीरे समाप्त होते जा रही है। आज के समय में जितने भी शादियाँ हो रही है उसके अंतर्गत जो डी.जे बाजा बजाया जाता है जिसके कारण ध्वनि प्रदूषण को ज्यादा बढ़ावा मिल रहा है। प्रदूषण से लोगो की स्वास्थ्य पर असर पड़ते दिख रहा है।