जिला-गिरिडीह,प्रखंड-डुमरी से दशरथ महतो जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पारा शिक्षको के हड़ताल के कारण जिले के करीब 450 से अधिक उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालयों एवं नव प्राथमिक विद्यालयों में 17 सितम्बर से ही पठन-पाठन ठप है। करीब 22 दिनो से सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल के दहलीज में पैर नही रखे है, जिससे जिले के करीब 25000 बच्चो का भविष्य अँधेरे में हो गया है। आये दिन होने वाले पारा शिक्षको के हड़ताल के कारण सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। एक ओर से सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि विद्यालयों में पढ़ाई होगी,लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नही हो रही है जिससे पता चलता है की सरकार की सारे दावे खोखले है। पारा शिक्षको की हड़ताल समाप्त हो जाने के बाद भी सरकारी विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था को नियमित जारी नहीं रखा जाता है और ना ही किसी तरह की व्यवस्था की जाती है, जब भी शिक्षा विभाग से शिक्षा की स्थिति के बारे बात की जाती है तो दिखाया जाता है सबकुछ सामान्य है और कोई असुविधा नही है। बेपट्टरी हो रही इस शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने लिए प्रशासन और इसके सबंधित विभाग द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है,इसमे सिर्फ गरीब बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।