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बिहार राज्य के जिला नालंदा के हिलसा प्रखंड के जूनियार गांव से इंदिरा जी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि ये सी.एम के पद पर 13 समूह के साथ कार्य कर रही है।इनका कहना है कि जिन घरो में छोटे बच्चे है,वे अपने घर में ओ.आर.एस का दो पैकेट जरूर रखें। यदि उन्हें उलटी,दस्त होते है,तो तुरंत उन्हें ओ.आर.एस का घोल पिलाये। इसे बनाने का विधि है एक लीटर पानी में एक पैकेट ओ.आर.एस का पाउडर मिलाकर घोल तैयार करें और इसे सिर्फ 24 घंटे तक ही बच्चो को पीलाने की कोशिश करें । यदि 24 घंटे के अंदर पूरा घोल बच्चा नहीं पी पाता है,तो उसे फेंक दें,क्योंकि 24 घंटे के बाद उस घोल में कोई गुण नहीं बचता है।
नालंदा जिले के हिल्सा प्रखंड से मीना देवी जी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि जीविका समूह शुरू करने का सरकार की पहल सराहनीय है। क्यूंकि इसमें जुड़ने से सभी महिलाओं को पूर्ण अधिकार मिला है। जीविका के माध्यम से महिलायें अपनी बातों को सरकार तक पहुँचा सकती है। जीविका के पहला से महिलाओ में स्वच्छता जागरूकता मिल रही है महिलाए अब साफ़-सफाई में ज्यादा ध्यान रखती है, साथ ही स्कूलों में बच्चो की पढ़ाई होती है, या नहीं होती है, इसका भी ध्यान देने लगी है, जिससे कारण आज शिक्षक भी स्कूल में नियमित उपस्थित रह रहे है।
नालंदा जिले के हिल्सा प्रखंड अंतर्गत जूनियर ग्राम से, मीना देवी जी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी इनकी घर की स्थिति बहुत दयनीय थी। जीवन गुजर-बसर करने के साथ-साथ बच्चों के पढ़ाई-लिखाई में बहुत मुश्किलें आ रही थी। लेकिन जब से जीविका आयी है तब से समूह से जुड़कर अपना घर परिवार चला रही हैं। समूह से जुड़ने के बाद सबसे पहले ये समूह की सदस्य बनी और समूह से लोन लेकर अपने जीवन को बेहतर बनाती गयी। आज वे समूह की सी.एम दीदी है और आज उनका जीवन खुशहाल है, अपने बच्चो को वे अच्छी शिक्षा दे पा रहे है। समूह से लोन लेकर बच्चो को पढ़ाई करा रही है, साथ ही लोन लेकर सिलाई की मशीन और शिंगार की दुकान खोलकर अपना जीवन-यापन कर रही है। जीविका से जुड़ने पर बहुत लाभ मिला है।
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बिहार राज्य के जिला नालंदा के हिलसा प्रखंड के जूनियर गांव से इंदिरा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि पहले इनके घर पर शौचालय नहीं था,इनके घर वाले साफ़ मना कर दिए शौचालय बनाने के लिए,पर इन्होने हार नहीं माना, इन्होने परिवार वालों के खिलाफ जाकर समूह से ऋण लेकर घर पर शौचालय का निर्माण किया। आज पुरे घर वाले शौचालय का उपयोग भी कर रहे है। इसके साथ-साथ इन्होनें सभी दीदियों को शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित भी किया है।
बिहार राज्य के जिला नालंदा के हिलसा प्रखंड के जूनियार गांव से इंदिरा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि ये सी.एम के पद पर 13 समूह के साथ कार्य कर रही है। गर्भवती माता व धात्री माताओं के बारे में इनका कहना है कि सामान्य महिलाओं के मुकाबले गर्भवती व धात्री माताओं को अधिक खाना चाहिए। और वे अपने खान-पान में दाल,चावल,हरे पत्तेदार सब्ज़ियां, हरा व पीला रंग का फल,दूध,अंडे,मांस-मछली अवश्य लें। इससे आने वाले बच्चे की मानसिक स्थिति तेज़ होगी और वे स्वस्थ भी रहेंगे। जो महिलाएं अपने खान-पान पर ध्यान नहीं देती है,उनके परिवार वालों का फ़र्ज़ बनता है कि उनके खान-पान पर ध्यान दें। जिनका आर्थिक स्थिति कमज़ोर है,वे सरकारी अस्पताल में जाकर आयरन की गोली लाये और नियमित रूप सेवन करें और तरह-तरह के सब्ज़ी और खून के लिए गुड़ भी खाये।
बिहार राज्य के जिला नालंदा के हिलसा प्रखंड के जूनियार गांव से इंदिरा जी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि ये सी.एम के पद पर 13 समूह के साथ कार्य कर रही है।इंदिरा जी अपने देश वासियों से कहतीं हैं कि जो 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की और 21 वर्ष से कम उम्र में शादी की शादी समूह की एक दीदी अपनी बेटी की शादी कम उम्र में तय की है,तो आज की बैठक में इंदिरा जी ने उस दीदी को समझाई कि बाल विवाह नहीं करनी चाहिए,ये एक पाप है।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के हिल्सा प्रखंड अंतर्गत जूनियर गांव से, इंद्रा देवी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि 6-7 माह के बच्चो को माँ के दूध के साथ साथ पूरक आहार होता है। 6 माह के बाद बच्चे को पुरक आहार अवश्य देना चाहिए,आहार में कम से कम चार समूह के खाद्य पदार्थो को ज़रूर शामिल ज़रूर करना चाहिए,जैसे :- अनाज में कंद,मक्का बाजरा,दाल का कोई भी प्रकार,मछली,अंडा,हरी पत्तीदार सब्ज़ियां आदि सभी चीज़ें शामिल कर सकते है।