बिहार राज्य के नालंदा जिला गौरापुर से रंजू कुमारी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी देती हैं कि बच्चे के सम्पूर्ण विकास के लिए माँ का पहला दूध जरुरी होता है।बच्चे के जन्म के सात मिनट के बाद से स्तानपान शुरू कर देना चाहिए।माँ का पहला गाढ़ा पीला दूध बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है।नवजात शिशु को 6 महीने तक केवल माँ का दूध देना चाहिए।हर दो घंटे पर छोटे बच्चे को स्तनपान करवाना चाहिए।6 महीने के बाद से बच्चे को ऊपरी आहार के साथ-साथ स्तनपान भी कराते रहना चाहिए।गर्भवती महिला को यह जानकरी खुद भी रखनी चाहिए और अपने परिवार और समुदाय को भी इसकी जानकारी दें। बच्चा अगर खाना ना खाये तो उसे प्यार से बार-बार खाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।माँ के दूध से सिर्फ 6 महीने तक ही बच्चों को पूरा पोषण मिल पाता है।उसके बाद माँ के दूध के साथ-साथ बच्चे के लिए पूरक आहार बेहद जरुरी होता है।बच्चों को सात समूह में से चार समूह का खाना हर रोज जरूर खिलाना चाहिए। चावल-दाल ,हरी पत्तेदार सब्जियाँ ,मौसमी फल ,दूध से बनी चीज़ ,माँस-मछली ,अंडा बच्चे के खाने में कम से कम चार प्रतिदिन खिलाना चाहिए।