बिहार राज्य के नालंदा जिला ,चंडी प्रखंड ,रुखाई पंचायत से मंजू देवी जीविका मोबाइल वाणी के द्वारा ओआरएस घोल के बारे में बता रही हैं।दस्त या उल्टी होने का संभावना काफी ज्यादा होता है,इसलिए घर में हर वक़्त 2 पैकेट ओ.आर.एस का जरूर रखना चाहिए।दस्त या उल्टी होने पर बच्चे हो या बड़े उन्हें ओआरएस का घोल देना चाहिए।इसे बनाने से पहले सबसे पहले हाथों को अच्छी तरह से धो कर, किसी साफ़ बर्तन में एक पैकेट ओआरएस के पॉवडर को एक लीटर शुद्ध पानी में अच्छी तरह से घोलना चाहिए, ताकि उसका कण पानी के नीचे बैठा ना रहे।उसे इसे बच्चे को थोड़े-थोड़े अंतराल में पिलाना चाहिए। इस तैयार घोल को 24 घंटे के अंदर ही इस्तेमाल करना चाहिए।24 घंटे के बाद इस तैयार घोल को फ़ेंक देना चाहिए।अगर बच्चा बार-बार उल्टी और दस्त करे तो भी ओ.आर.एस का घोल देते रहना चाहिए।