बिहार राज्य मुंगेर जिले से विपिन कुमार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि मुंगेर नगर निगम के वार्ड नंबर तीन,चार,पाँच,छे,सात,आठ,नौ और विशेषकर शेरपुर वार्ड नंबर पाँच की सभी स्ट्रीट लाइटें ख़राब हैं।स्ट्रीट लाइटें ख़राब होने के कारण लोगों को अंधेरों में रहना पड़ता है।कई स्ट्रीट लाइटें सीएलएफ बल्ब के अभाव में बंद पड़ी है।वार्ड सदस्य इस तरफ बिलकुल ध्यान नही दे रहा है।अतः मुंगेर नगर-निगम से आग्रह है कि सभी वार्डों की स्ट्रीट लाइटों को ठीक करवाया जाये।

बिहार राज्य के मुंगेर जिले से दीपक कुमार आर्य ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि रसोइयों द्वारा विगत 15 दिनों से हड़ताल पर चले जाने से प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में सरकार द्वारा संचालित मध्यान भोजन पूरी तरह बंद हो गया है ,जिससे स्कूल में बच्चों की उपस्थिति आधी रह गई है। रसोइये पंद्रह दिनों से अपने मानदेय को बढ़ाने को लेकर हड़ताल पर हैं।ससोईया संघ के अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान समय में बारह सौ रुपये मानदेय मिलता है,इतने पैसे में जीवन व्यतीत करना काफी कष्टकर है। जिला प्रशासन द्वारा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण भी मध्यान भोजन की व्यवस्था चरमराई हुई है।

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बिहार राज्य के मुंगेर जिले से अवोध ठाकुर ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि स्थानीय होटल सम्राट पैलेस जमालपुर में मुंगेर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की बैठक संपन्न हुई ।बैठक के उद्घाटन भाषण में अध्यक्ष अशोक सितारिया ने पेट्रोल पंप डीलर्स के समक्ष उत्पन्न नई चुनौतियां एवं समस्याओं पर प्रकाश डाला ।एमपीडीए के बैनर तले मुंगेर, लखीसराय, जमुई एवं शेखपुरा के पेट्रोल पंप मालिकों ने हिस्सा लिया ।मौके पर केंद्रीय सरकार द्वारा 55000 नए पेट्रोल पंप खुले जाने का विरोध किया गया और इसके खिलाफ सक्षम उच्च न्यायालय में जाने का फैसला लिया गया। बैठक में विभिन्न सरकारी विभागों में बढ़ती बकाया राशि पर भी चिंता व्यक्त की गई।

ग्रामीण अमरजीत कुमार ने कटे फटे नोट पर अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि अगर किन्ही ग्रामीण के पास किसी से गलती से कटा फटा नोट आ जाए तो उनके सामने एक समस्या जाती है कि आखिर इन्हें कहां बदले उन्हें पता नहीं होता है कि बैंक में बदले या कहीं पर उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीणों को सरकार के द्वारा कटे फटे नोट होने पर अगर जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से बताया जाए कि अगर आपके पास कटा फटा नोट है तो सही जगह पर बदल सकते हैं तो इससे ग्रामीणों को भी राहत होगा बैंक भी इसमें लोगों को कुछ मदद नहीं करती है जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है और ग्रामीण को तो इस बारे में जानकारी काफी कम है जिसकी वजह से उनको और भी परेशानी उठाना पड़ता है

बिहार राज्य के मुंगेर जिले से दीपक कुमार आर्य ने मोबाईल वाणी के माध्यम से ग्रामीण अमर कुमार से रोजगार के ऊपर बातचीत की।अमर कुमार ने जो एक्ट अप्रेंटिस जमालपुर से किए हुए हैं उन्होंने अपनी पूरी बात को रखा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जितने भी लोग एक्ट अप्रेंटिस किए हैं आज बेरोजगार हैं जबकि सरकार ने वादा किया था कि एक करोड़ युवाओं को प्रत्येक वर्ष नौकरी देंगे। इसके अलावा कई ऐसे भी सेंटर खोला जा रहा है जहां पर लोगों को स्किल किया जा रहा है लेकिन फिर भी सारे लोग बेरोजगार हैं और 2019 के चुनाव में जो जुमला दिया गया था वह जुमला अभी भी अधूरा है।

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बिहार राज्य के मुंगेर जिले से दीपक कुमार आर्य ने ग्रामीण शिक्षक से स्वास्थ्य-बीमा के विषय में बातचीत की।ग्रामीण का कहना है कि जिनके पास स्वास्थ्य बीमा नही होता है,उन्हें बहुत परेशानी होती है।जहाँ स्वास्थ्य बीमा के अभाव में बीमारी की अवस्था में इलाज में ज्यादा पैसे खर्च हो जाते हैं,वहीं स्वास्थ्य बीमा होने से इलाज में राहत मिलती है।अभी तक इन्होने बीमा नही लिया है,मगर अब बीमा लेने के में विषय सोच रहे हैं।

बिहार राज्य के मुंगेर जिले से मिथिलेश कुमार जी ने मुंगेर की आवाज के माध्यम से रोहित कुमार जी से बातचीत की। बातचीत के दौरान रोहित जी ने बताया कि उन्होंने जीवन बीमा करवाया है ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। साथ ही उनका कहना है कि सभी को एल आई सी करवाना चाहिए।

बिहार राज्य के जिला मुंगेर से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि ठंड के साथ पछुआ हवा ने बढाई कपकपी और इससे आम जन-जीवन प्रभावित हो रहा है।मुंगेर प्रखंड क्षेत्र में कड़ाके की ठण्ड बढ़ने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।वही धुप खिलने से दिन में लोगों को थोड़ी राहत महसूस होती है लेकिन सुबह-शाम कड़ाके की ठण्ड पड़ने से लोग अपने अपने घरों में कैद होकर रहने को विवश है।इस बढ़ती ठण्ड के कारण बाजारों में भी आम दिनों की अपेक्षा चहल-पहल कम देखी जा रही है। वही स्कूल जा रहे छात्रों को भी ठण्ड में परेशानी हो रही है तथा सरकारी कार्यालयों में भी लोग काफी कम संख्या में देखने को मिल रहे है।पछुवा हवा का असर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर भी देखने को मिल रहा है जिसकारण रोजी-रोटी चलाने में भी बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।वही बेघर और गरीब परिवारवालों के लिए ठण्ड का मौसम कहर बन कर टूट रहा है इसलिए जिला प्रसाशन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा इसपर उचित कदम उठाने चाहिए।