धरहरा :- धरहरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र गौरैया के जंगल से दो दिन पूर्व स्थानीय लकड़हारो ने भालू के नवजात बच्चे को उठाकर गांव ले आए थे इस बात की जानकारी जब वन विभाग की टीम को मिली तो तत्काल वन आरक्षी के द्वारा भालू के बच्चे को कब्जे में लिया गया।भालू के बच्चे को जंगल से लेकर आने की सूचना जब आस-पास के गांवों में फैली तो गांव में दहशत जैसा माहौल बन गया है। ग्रामीणों की मानें तो भालू अपने बच्चों नहीं देख कर काफी उग्र हो गई होगी जो जंगल जाने वाले स्थानीय लकड़हारो के लिए समस्या है। आसपास के ग्रामीण वन विभाग से अनुरोध की है कि जल्द से जल्द भालू के बच्चे को जंगल में छोड़ दिया जाए जिससे स्थानीय लकड़हारो के साथ साथ ग्रामीण भी सुरक्षित रह सके। गौरैया गांव के बूढ़े-बुजुर्गो की मानें तो वर्षों पूर्व इसी तरह बाघ के बच्चे को लकड़हारे उठा ले आए थे तब महीनों तक बाघ गांव में उत्पात मचाया था।