बजरंगबली मंदिर ब्रह्मस्थान सहित प्रखंड के विभिन्न छोटे-बड़े मंदिरों के साथ लोगों ने अपने घरों में भगवान अनंत की पूजा कर कच्चे धागे व रेशम से बने अनंत डोरा को अपने बांह में धारण किया। अनंत पूजा को लेकर शनिवार को देर शाम तक बाजार में पूजा समाग्री, फल, रंग-बिरंगे धागे से बने अनंत डोरा एवं मिठाई की खरीददारी की गई थी। अनंत पूजा में उपयोग होने वाले खीरा एवं केला काफी ब्रिकी हुई थी। मान्यता के अनुसार अनंत पूजा भादो महीने के चतुर्थी को होती है। इस दिन अनंत भगवान के रूप में विष्णु भगवान की पूजा श्रद्धालुओं द्वारा की जाती है। पंडित एवं आर्चायों के द्वारा विधि-पूर्वक पूजा कराई गई और श्रद्धालुओं के बीच अनंत भगवान से जुड़े पौराणिक कथा का पाठ किया गया। अनंत पूजा के दिन कुछ श्रद्धालु द्वारा दिनभर उपवास रखा जाता है, जबकि कुछ श्रद्धालु इस दिन नमक का सेवन नहीं करते हैं।