बिहार के जिला मुंगेर से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मुंगेर प्रखंड क्षेत्र में जिस रफ्तार से पानी की बर्बादी हो रही है उससे पानी के लिए तृतीय विश्व युद्ध होगा और जैसा अनुमान लग रहा है कि विश्व युद्ध तो बाद में उससे पहले पानी के लिए गृह युद्ध ना हो जाए वह दिन दूर नहीं जब प्रेमियों की जगह पानी पर पहरे बिठाए जाएंगे एक चम्मच पानी को सुरक्षित रखने के लिए लॉकर उपलब्ध कराए जाएंगे। जीवन तो उसको कहा जाएगा जो सोच के बाद शौचालय में एक लोटा पानी डालेगा जीते रहो की जगह पीते रहो का आशीर्वाद अपने बड़े बुजुर्गों से मिलेगा . अभी तो चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली कहावत चरितार्थ हो रही है नहाने के लिए पूरी टंकी खाली पड़ी हुई है। चीख चीख कर पूछा जाता है कि जब दाने-दाने पर खाने वाले का नाम लिखा है तब एक एक बूंद पर पीने वाले का नाम क्यों नहीं लिखा होता है।