बिहार राज्य के मुंगेर जिले से विपिन कुमार जी ने मुंगेर की आवाज के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि चिलचिलाती धूप में सफर के दौरान किसी घने पेड़ की छांव मिल जाती है तो दिल को कितना सुकून महसूस होता है।गर्मी से जो परेशानी होती है उसे एक मुसाफिर ही महसूस कर सकता है।साथ ही विपिन कुमार जी कहते हैं की सच्चाई तो यही है अगर अपने एवं अपने परिवार एवं समाज की खुशहाली चाहते हैं ,तो पृथ्वी दिवस के मौके पर एकजुट होकर पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त और हरा भरा रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की आदत डालनी होगी। इसके लिए परिवार के सभी सदस्यों को भी प्रेरित करना होगा इससे पूरे समाज एवं देश का यह दायित्व है कि पृथ्वी की रक्षा के लिए सार्थक पहल की जाए पेड़ पौधे एवं जल ही पृथ्वी एवं जीवन का मुख्य आधार है। आज हमारे प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन कर रही है इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है इस बात को गहराई से समझने की जरूरत है.