ग्रामीण अमरजीत कुमार ने कटे फटे नोट पर अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि अगर किन्ही ग्रामीण के पास किसी से गलती से कटा फटा नोट आ जाए तो उनके सामने एक समस्या जाती है कि आखिर इन्हें कहां बदले उन्हें पता नहीं होता है कि बैंक में बदले या कहीं पर उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीणों को सरकार के द्वारा कटे फटे नोट होने पर अगर जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से बताया जाए कि अगर आपके पास कटा फटा नोट है तो सही जगह पर बदल सकते हैं तो इससे ग्रामीणों को भी राहत होगा बैंक भी इसमें लोगों को कुछ मदद नहीं करती है जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है और ग्रामीण को तो इस बारे में जानकारी काफी कम है जिसकी वजह से उनको और भी परेशानी उठाना पड़ता है