बिहार राज्य के मुंगेर जिले से अमीरुल इस्लाम जी ने मुंगेर की आवाज के माध्यम से एक श्रोता से बातचीत किया।उस बातचीत के दौरान श्रोता का कहना है कि मुंगेर प्रतिभाओं की नगरी है और वे लोग अपाहिज होते हैं जो कुछ नहीं करते। साथ ही उनका कहना है कि युवा आत्मनिर्भर बने,किसी के भरोसे न होकर खुद पर भरोसा करें। जो लोग साहित्य की ओर आगे बढ़ना चाहते हैं वे अच्छे-अच्छे कवियों,शायरों की कहानियाँ पढ़ें और उनको उन्हें अपना गुरु मानकर आगे बढ़ें।वही श्रोता का ये भी कहना है कि '' मंजिल उन्ही को मिलती है जिसके सपनों में जान होती है ,पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है ''.इसके अलावा उनका कहना है की अपने अंदर जो प्रतिभाएँ होती हैं उनकी पहचान करें,रियास करें।