बिहार राज्य के मुंगेर जिले से विपिन कुमार जी ने मुंगेर की आवाज के माध्यम से महिलाओं के अधिकार के विषय में अपनी राय रखी। विपिन जी बताते हैं कि नारी के चरित्र में नहीं बल्कि लोगों के मानसिकता में खोट है।पहले की तुलना में अब महिलाओं की स्थिति काफी सुधर चुकी है। पहले औरतों को घर का काम करने वाला एक पुतला समझा जाता था ,उनको उनके अधिकार नहीं दिया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है महिलायें हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहीं हैं। साथ ही विपिन जी बताते हैं हर माहौल में ढलने वाली नारी अपने ही लोगों के बीच खुद को असुरक्षित महसूस करती है। महिलाओं को घर से निकलने से पहले अपने पहनावे को लेकर हजार बार सोचना पड़ता है ,कि कहीं कोई उन्हें देख तो नहीं रहा। औरतों के इज्जत पर सवाल उठाकर उसे कमजोर बना दिया जाता है। विपिन जी कहते हैं हर आदमी को अपनी मानसिक्ता बदलनी चाहिए क्यूंकि खोट औरत के पहनावे में नहीं बल्कि उसके विचारधारा में है।