सरहंचिया मध्य विद्यालय में संस्कृत कार्यक्रम का किया गया आयोजन प्रधान अध्यापक राजशेखर प्रसाद की उपस्थिति में किया गया कार्यक्रम अतिथि लाल बाबू राम प्रताप चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित हुए इस मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिका उपस्थित रहे संस्कृति कार्यक्रम व सम्मान समारोह कार्यक्रम किया गया जो भी छात्र-छात्रा है वार्षिक परीक्षा में अच्छे डिवीज़न से पास किया वैसे विद्यार्थी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया विद्यार्थी के अभिभावक भी इस मौके पर उपस्थित रहे कार्यक्रम का आयोजन काफी शांतिपूर्वक सफल रहा

4500 नियोजित शिक्षकों का थम इंप्रेशन लिया गया

सरकार के द्वारा 815 फर्जी सर्टिफिकेट वाले नियोजित शिक्षकों की बहाली रद्द होगी

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में एक महिला क्या सोचती है... यह जानना बहुत दिलचस्प है.. चलिए तो हम महिलाओं से ही सुनते हैं इस खास दिन को लेकर उनके विचार!! आप अपने परिवार की महिलाओं को कैसे सम्मानित करना चाहेंगे? महिला दिवस के बारे में आपके परिवार में महिलाओं की क्या राय है? एक महिला होने के नाते आपके लिए कैसे यह दिन बाकी दिनों से अलग हो सकता है? अपने परिवार की महिलाओं को महिला दिवस पर आप कैसे बधाई देंगे... अपने बधाई संदेश फोन में नम्बर 3 दबाकर रिकॉर्ड करें.

नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने के लिए साक्षमता परीक्षा सोमवार से शुरू

परीक्षा के खिलाफ शिक्षामित्र बाहर नियोजित शिक्षक के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया एडमिट कार्ड जलाकर बिहार सरकार के खिलाफ शिक्षक लोगों ने की नारेबाजी शिक्षक लोगों की मांग बिना परीक्षा लिए ही सरकारी कर्मी का दर्जा घोषित करें नहीं तो शिक्षक संघ के लोग हड़ताल पर रहेंगे शिक्षक लोग जमकर किया प्रदर्शन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केके पाठक के खिलाफ जमकर किय नारेबाजी

मैं राजवाड़ा ईश्वरकोला , सावज ब्लॉक से जयनारायण साह हूँ । मैं राजवाड़ा ईश्वरकोला में एक शिक्षक के रूप में काम कर रहा हूँ । मेरे स्कूल के सभी बच्चे समय - समय पर आते हैं ।

नमस्ते दोस्तों , मैं संजय हूँ और आप मुज़फ़्फ़रपुर मौइलवानी सुन रहे हैं , आज हम मुज़फ़्फ़रपुर में हैं और मकबूल जी हमारे साथ जुड़े हुए हैं , तो उनसे बताएं कि उनके क्षेत्र में स्कूल की क्या स्थिति है । शिक्षा मिल रही है , बच्चे संतुष्ट हो रहे हैं , बुनियादी जरूरतें हैं जो बच्चों को शिक्षा के लिए चाहिए , जो उपलब्ध है , मकबूल जी , हमजवानी में आपका बहुत स्वागत है , नमस्कार , मेरा नाम मकबूल अहमद है , मैं अपने गाँव के स्कूल में हूँ । मैं अभी आपको जो शिक्षा दी जा रही है , उसके बारे में बताना चाहता हूं , मेरे स्कूल में तीन सौ पचास बच्चे हैं , लेकिन उसके अनुसार शिक्षक कम हैं । बच्चों को ऐसी सुविधाएँ मिलनी चाहिए जो उन्हें नहीं मिल पा रही हैं जिनमें किताबें समय पर उपलब्ध नहीं हैं , उनका अनुभाग उपलब्ध नहीं है , उन्हें कपड़े नहीं मिल पा रहे हैं , किताबें उपलब्ध नहीं हैं और स्कूल में बुनियादी सुविधाओं की कमी है । डिस्क की कमी है । बच्चे बैठ जाते हैं । स्कूल में जो है वह ऐसा भोजन नहीं है जिसमें बच्चे अच्छी तरह से नहीं खेल सकते हैं । शौचालय में समस्या है । यह ब्लैक बोर्ड को एक सफेद बोर्ड बनाने के लिए था । स्मार्ट स्कूल बनाना अब संभव नहीं है । ये सब चीजें संभव नहीं हुई हैं , लेकिन अब शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ रही है और बच्चे अच्छी तरह से स्कूल जाते हैं और शिक्षक , चाहे वे कोई भी हों , उन्हें अच्छी तरह से पढ़ाते हैं । आपको बहुत - बहुत धन्यवाद ।

2016 में 14% छात्र औपचारिक शिक्षा से बाहर थे जो कि देश में 2023 में भयानक सुधार होने के बाद भी अब मात्र 13.2 फीसद बाहर हैं ... 2016 में 23.4 फीसद अपनी भाषा में कक्षा 2 का पाठ नहीं पढ़ पाते थे आज 2023 में अति भयानक सुधार के साथ ये आंकड़ा 26.4 प्रतिशत है ... देश के आज भी 50 फीसद छात्र गणित से जूझ रहे हैं ... मात्र 8 साल में गणित में हालात बद से बदतर हो गए ... 42.7% अंग्रेजी में वाक्य नहीं पढ़ सकते हैं... अगर आप सरकार से जवाब माँगिए , तो वे कहती है कि वो लगातार बैठकें कर रहे हैं लेकिन असर की रिपोर्ट बताती है कि ये बैठकें कितनी बेअसर हैं... तो विश्व गुरु बनने तक हमें बताइये कि *-----आपके गांव या जिला के स्कूलों की स्थिति क्या है ? *-----वहां पर आपके बच्चों को या अन्य बच्चों को किस तरह की शिक्षा मिल रही है ? *-----और आपके गाँव के स्कूलों में स्कुल के भवन , बच्चों की पढ़ाई और शिक्षक और शिक्षिका की स्थिति क्या है ?

सरकार का दावा है कि वह 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दे रही है, और उसको अगले पांच साल तक दिये जाने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में यह भी दावा किया कि उनकी सरकार की नीतियों के कारण देश के आम लोगों की औसत आय में करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान वित्त मंत्री यह बताना भूल गईं की इस दौरान आम जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।