मोबाइल वाणी सामुदायिक मीडिया चैनल के लिए तरैया संवाददाता संजय सिंह सेंगर की रिपोर्ट सारण जिले के तरैया प्रखंड में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के बहुत बड़ी लापरवाही एवं पदाधिकारियों की अकर्मण्यता सामने आई है जहां शिकायत मिलने के लगभग दो वर्ष बाद भी उसका निवारण नहीं किया जा सका है। मामला तरैया प्रखंड के पोखरेड़ा गांव का है गांव के निवासी जगदीश सिंह के घर के पास दिसंबर 2016 में इंडिया मार्क 2 चापाकल लगा था लेकिन तत्कालीन ठेकेदार द्वारा चापाकल लगाने के पश्चात आधार क्षेत्र एवं नाली का निर्माण नहीं किया गया। इस संबंध में उक्त चापाकल के अनुरक्षक जगदीश सिंह द्वारा 4 मई 2018 को कार्यपालक अभियंता छपरा को एक शिकायती आवेदन डाक द्वारा भेजा गया एवं उसी दिन विभाग द्वारा संचालित नीर निर्मल सेवा शिकायत प्रणाली के अंतर्गत ऑनलाइन तरीके से शिकायत संख्या 201804050001 दर्ज कराई गई। इसमें मजे की बात यह रही कि विभाग द्वारा 14 सितंबर 2018 को चबूतरा बना दिया गया के कॉमेंट के साथ उक्त शिकायत को बंद कर दिया गया। इसके बाद शिकायतकर्ता द्वारा 4 दिसंबर 2018 को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री एवं विभागीय सचिव को ईमेल के माध्यम से शिकायत आवेदन भेजा गया एवं इस शिकायत के तुरंत बाद ही ऑनलाइन शिकायत को सुधार करते हुए लिखा गया कि चबूतरा नहीं बनाया गया है लेकिन उक्त शिकायत का निवारण आज तक नहीं किया गया। इस संबंध में पूर्व में किए गए सभी शिकायतों की छाया प्रति दिखाते हुए चापाकल के अनुरक्षक जगदीश सिंह ने कहा कि मुझे शक है की उक्त चापाकल के आधार क्षेत्र चबूतरा एवं नाली निर्माण मैं खर्च होने वाली राशि का ठेकेदार द्वारा गबन कर लिया गया है एवं किसी लोभ लालच या दबाव की वजह से विभागीय पदाधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री महोदय से शिकायत किए हुए भी 1 वर्ष से ज्यादा हो गया आज फिर दोबारा ई-मेल द्वारा शिकायत को पुनः भेज रहा हूं एवं उम्मीद है कि इस पर कार्रवाई होगी।