चेवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में सावन का महीना लगने के बाद भी बारिश न होने के कारण किसानों के चेहरों पर मायूसी छायी हुयी है. जिन किसानों ने धान रोपाई व सब्जीयां लगाई है. वर्षा न होने से सूखने लगी है.प्रचंड धूप के कारण जंहा गर्मी से आम जनमानस बेहाल है वही खेतों की नमी सूखने ने से फसल मुरझाने लगी है.वही किसानों को इस बात की चितां सता रही है कि अगर समय से बारिश नहीं हुयी तो उत्पादन कम होगा व लागत में वद्वि होगी.किसानों का कहना है कि आषाढ में बारिश नही होने से धान की रोपाई सहित अन्य फसल की बुवाई लेट हो गयी है. जहां हरेला पर्व सावन के शुरू में तक धान की पौध की रोपाई निपट जाती थी.वर्षा के न होने पर रोपाई व अन्य फसल की बुवाई लेट हो गयी है वही हसौरी गांव के किसान सजीवन पासवान ने बताया कि मानसूनी वर्षा न होने से धान की फसल को सूखने से बचाना मुश्किल हो गया है.