जिला में एचआईवी प्रसार के मामले में उच्च जोखिम समूह की संख्या एवं उनके रिस्क आकलन के लिए सामुदायिक सलाहकार समिति की बैठक सिविल सर्जन डॉ पृथ्वी राज की अध्यक्षता में सिविल सर्जन सभागार में आयोजित की गई। बैठक में एमपीएससी कार्यक्रम के तहत जिला में एफएसडब्ल्यू, एमएसएम, आई डी यू एवं ट्रांसजेंडर की संख्या का पता लगाने के संदर्भ में विस्तार से विमर्श किया गया। इसके अनुरूप एचआईवी रोकथाम के उपायों एवं जन जागरूकता पर चर्चा की गई। क्षेत्र में कार्य जनवरी के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ किया जाएगा तथा एक माह के अंदर प्रतिवेदन समर्पित किया जाएगा।संभावित क्षेत्रों की जानकारी आशा प्रर्यवेक्षक के माध्यम से जिला hiv पर्यवेक्षक पास जमा करने का निर्देश दिया गया।कैब के सदस्य के रूप में प्रतिनिधि पुलिस अधीक्षक ,जिला कल्याण पदाधिकारी सीडीओ, डीआईएस, कार्यक्रम पदाधिकारी टीएसयू, परिधि भारती लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के कार्यकर्ता, समुदाय सदस्य आदि शामिल हैं।कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन एवं अनु श्रवण के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्णय लिया गया।कैब कार्यों में आने वाली समस्या का समाधान करेगी तथा निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्यों का संपादन सुनिश्चित करेगी।बैठक में उपस्थित सदस्यों ने जिला में एचआईवी का प्रसार रोकने के कई सुझावों पर चर्चा किया।बैठक में डॉक्टर सुनीता, जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी, तकनीकी सहयोग इकाई कार्यक्रम पदाधिकारी अजय वर्णवाल अधिकारी , परिधि भारती के कार्यपालक निदेशक इंजीनियर के कुमार, डी आई एस सुनीता कुमारी, वीणा कुमारी , डाली कुमारी ,देवानंद समेत अन्य कार्यकर्ता एवं समुदाय सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।