जिले में कार्यरत आशा दीदी और आशा फैसिलिटेटर के साथ-साथ वैक्सीन कुरियर करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने आंदोलन की राह पकड़ ली है। 17 नवंबर को जिले के सभी प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक दिवसीय धरना देने के बाद 29 नवंबर को सिविल सर्जन कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया है और बाद में 20 दिसंबर को मुख्यमंत्री के घेराव कार्यक्रम तय किया है ।इस संबंध में बिहार राज्य स्वास्थ्य वैक्सीन कुरियर संघ और बिहार राज आशा संघ तथा बिहार राज्य फैसिलिटेटर संघ ने संयुक्त रूप से रणनीति तय की है। संघ के महासचिव कौशलेंद्र कुमार वर्मा जिला अध्यक्ष सुमन कुमार कोषाध्यक्ष दिनेश राम महासचिव सतीश कुमार प्रसाद साथ आशा संघ के प्रेमलता पिंकी देवी कंचनमाला सोनी कुमारी आदि के नेतृत्व में कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई ।आंदोलन के तहत स्वास्थ्य कुरियर सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने 21हज़ार रूपया की मासिक मानदेय देने उन्हें प्रत्येक महीने के दिनों में काम देने के अलावा स्वास्थ्य बीमा सभी प्रकार के साथ सरकारी छुट्टी परिचय पत्र आदि की मांग शामिल है। उसी प्रकार आशा दीदी जी अपनी मांगों पर जोर देने के लिए विस्तृत मांग पत्र भी प्रस्तुत किया है। सभी को इस आंदोलन को धारदार बनाने के लिए विशेष रूप से जन जागरण करने को भी कहा गया है । आंदोलन की सफलता को लेकर सभी ने विचार विमर्श किया और इसे लेकर पूरी ताकत झोंकने का निर्णय लिया।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।