कोरोना वायरस संक्रमित के सम्पर्क में आने वाले 22 लोगो का सैम्पल जाँच के लिए संग्रह कर जाँच के लिए एम्स पटना भेजा गया है। संक्रमित युवक को यहाँ लाने में भूमिका निभाने वाले सदर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी और मजिस्ट्रेट के रूप में शामिल वरीय कोषागार पदाधिकारी, एम्बुलेंस चालक और इनके चालक को क्वारेंटिन करते हुए सैम्पल लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित के पिता को भी क्वारेंटिन करते हुए सैम्पल जाँच के लिए भेजा गया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गाव में लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण ताश खेलकर समय व्यतीत करते थे। उसके पिता के साथ गाव में ताश खेलने वाले की पहचान कर उनका भी सैम्पल लेने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच इन सभी को बारी बारी से गाव के स्कूल में बने क्वारेंटिन होम में रखा गया है। गाव में यह खबर आते ही गाव को पूरी तरह सील कर दिया गया है। ग्रामीणों को गाव के बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। उसी प्रकार किसी को गाव के अंदर भी नहीं आने दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी लोगो का स्वास्थ्य जाँच भी किया जा रहा है। गाव में पेयजल की घोर समस्या है। बड़ी संख्या में महिला गाव के चापाकल से पानी भी लाते दीख रही थी। मालूम हो कि मुम्बई से स्कूटी के माध्यम से यहाँ पहुचने के बाद उसे जिला प्रशासन ने नगर क्षेत्र के एक होटल में बने क्वारेंटिन होम में आइसोलेट करते हुए उसके सैम्पल को जाँच के लिए पटना भेजा गया था। पटना से जाँच रिपोर्ट पोसिटिव आते ही यहाँ हडकंप मच गया जिला प्रशासन के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग और पुलिस सक्रीय हो गयी थी। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग रात भर कार्यरत देखी गयी।
