उत्तर-प्रदेश से शिवदास कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से जानना चाहते हैं, कि मुख-मैथून करने से क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-प्रदेश से हमारे श्रोता कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से जानना चाहते हैं, कि पीरियड क्यों आता है ? पीरिएड आने का मतलब क्या है ?इस विषय पर विस्तृत जानकारी दीजिये।
गाजियाबाद से श्रीराम साहू कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से जानना चाहते हैं, कि शादी के सम्बन्ध में कैसे प्रश्न पूछनी चाहिए ?
उत्तर-प्रदेश फतेहपुर से हमारे श्रोता ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि क्या आप के द्वारा यौन -हिंसा पर कार्यक्रम चलने से क्या ये थम जायेगा ?इन्हे नहीं लगता कि प्रोग्राम चलाने से यौन-हिंसा रुक जाएगी।
राज्य उत्तर-प्रदेश के हरदोई जिले से ऋतिक कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से जानना चाहते हैं कि लड़कियों को कितने बजे जोश आता है ?लड़की सेक्स करने के लिए कितने से कितने बजे तक तैयार रहती है ?
उत्तर-प्रदेश से सलमान ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि इनका लिंग मोटा,टेढ़ा और लम्बा है।अगर ये योनि में लिंग डालेंगे तो कोई दिक्कत तो नही होगी ?
मिर्जापुर जिले से रोहित कुमार ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि माता -पिता को अपने बच्चों की बातों पर ध्यान देनी चाहिए। और बच्चों को प्यार एवं विश्वास में रखना चाहिए ताकि बच्चा अपनी हर बात खुलकर बता दे। बच्चे डर से अपनी बात नहीं बताते हैं। इसलिए अपने विचारों और बातों को ध्यान में रखकर अपने बच्चों को अवशय सुनें
मिर्जापुर जिले से विनय ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि छेड़खानी एक जुर्म है। अगर आप किसी का हाथ पकड़े और जवाब में न सुनने को मिले तो इसका मतलब हाँ नही होता है। कुछ माँ-पिता बेटी को छेड़खानी के डर से पढ़ने नही जाने देते हैं और कहते हैं घर में खाना बनाने के लिए ।लेकिन इसमें लड़की की क्या गलती है ?इसमें लड़की की नही लड़के की गलती है। लड़के को पहले समझाना चाहिए ,परन्तु समझाने के बाद भी बदमाशी और गुंडागर्दी करते हैं तो पूलिस में इसकी शिकायत करनी चाहिए।
मिर्जापुर जिले से विनय ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि हिंसा होने पर हमारा मन,दिमाग,गरिमा और इज्जत पर बहुत गहरा असर पड़ता है। अक्सर देखा गया है कि जिस लड़की के साथ छेड़खानी होता है वो लड़की किसी से बोल नही पाती है। क्यूंकि वो शरमाई,घबराई हुई होती है और घर वालों का डर भी उसे होता है। अगर आप कहीं छेड़खानी होते देखते हैं तो लड़के और लड़की को कभी मारना नही चाहिए। बल्कि लड़के को बुला कर उससे बात करनी चाहिए और समझाना चाहिए।स्कूल में शिक्षकों को भी छेड़खानी के विषय में जानकारी देनी चाहिए।
उत्तर-प्रदेश से संतोष कुमार पासवान कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से जानना चाहते हैं कि एचआईवी और एड्स में क्या अंतर है ?