विद्यापतिनगर मौसम अनुकूल होने से क्षेत्र में आलू रोपने का काम किसान जल्द कर लेना चाहते हैं, लेकिन आलू के बीज की महंगाई की वजह से किसानों के पसीने छूट रहे हैं। इस बार महंगाई से किसानों के चेहरे पर मायूसी व उदासीनता है। ज्यादातर किसान महंगाई के कारण खाने भर ही आलू रोपने की बात कहते नजर आ रहे हैं।क्षेत्र के किसान शंकर पासवान, सुबोध सिंह, धर्मेन्द्र कुशवाहा, मुन्ना सिंह आदि बताते हैं कि इतने महंगे बीज लगाना संभव नहीं है। उसके बाद आलू की उपज की परिस्थिति क्या रहेगी। यह भी सोचना पड़ता है। आज आलू के दाम आसमान छू रहे हैं, लेकिन उपज होते ही इसका भाव गिर जाएगा और फिर हम औने-पौने दामों में इसे बेचने पर मजबूर होंगे। किसान बताते है कि सरकारी स्तर पर भी कोई अनुदान नही मिलता है। इस साल बाजार में आलू के बीज की कीमत 3100 रुपये प्रति क्विटल से लेकर 3500 रूपये प्रति क्विटल तक की है। पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना है। किसानों के द्वारा दोगुना कीमत के कारण इस बार काफी कम मात्रा में आलू की रोपाई कर रहे है। प्रखंड के आस पास कई गांवों में इसकी अच्छी पैदावार होती है। बावजूद किसान आलू रोपनी से कतराते नजर आ रहे हैं।अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी खबर सुनें