अक्षत -भभूत नही,रोजी रोटी -आवास चाहिए,संविधान और लोकतंत्र का सम्मान चाहिए नारें के साथ खेग्रामस का धरना सम्पन्न सुगौली,पू.च:--खेत ग्राम मजदूर सभा के राज्यव्यापी आह्वान पर गुरुवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर खेत मजदूरों एवम ग्रामीण गरीबों ने 9 सूत्री मांगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना दिया।जिसकी अध्यक्षता खेग्रामस के प्रखंड अध्यक्ष कॉमरेड वैद्यनाथ सहनी ने की। जबकि धरना को भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य विष्णुदेव प्रसाद यादव,जिला कमिटी सदस्य भोला साह,खेग्रामस के प्रखंड सचिव मोहम्मद इसराफिल,खेग्रामस जिला कमिटी सदस्य भोला राम,हृदया लाल सहनी,मोहम्मद जाफर,रैफुल आलम,लाला बाबा,आनंद कुमार,सोनीलाल सहनी,वसी आलम,विभाकर मिश्र,श्रीनारायण मिश्र आदि नेताओं ने संबोधित किया। धरना को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने 2022 तक सभी गरीबों को आवास देने की घोषणा की थी लेकिन वह पूरा नही हुआ। अभी बिहार सरकार ने जो सामाजिक - आर्थिक सर्वे कराया है उससे यह तथ्य उजागर हुआ है कि अभी 64 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जिनके पास एक करकट या झोपड़ी का आवास है या बिल्कुल आवास विहीन है। जिनके पास वासगीत जमीन भी नही है। वे किसी सरकारी गैर मजरूआ,सड़क,बांध,नहर ,रेलवे या बेनामी जमीन पर बसे हुए हैं। जिन पर हमेशा बेदखली की तलवार लटकी रहती है। उनके घरों पर बिना वैकल्पिक व्यवस्था के बुलडोजर चलाया जा रहा है।इससे गरीबों की पूरी जिंदगी तबाह बर्बाद हो जा रही है। इसी परिस्थिति में सर्वे के आधार पर नया वास आवास कानून बनाना जरूरी है। तभी गरीबों की जिंदगी में बदलाव आयेगी।मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी दर से भी कम मजदूरी देकर मजदूरों को लूटा जा रहा है। अंत में 9 सूत्री मांगों का ज्ञापन अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया।जिसमे सभी गरीबों के लिए वास आवास की गारंटी,गरीबों के बिजली बिल को माफ किया जाए और 200यूनिट प्रति महीना फ्री बिजली देने की गारंटी,पजियारवा के विस्थापित 203 परिवारों के पुनर्वास की जल्द व्यवस्था की जाए,नदी कटाव से विस्थापित भवानीपुर के गरीबों को वासित जमीन दी जाए,महाजनि सूदखोरी पर रोक लगाई जाए और माइक्रो फाइनेंस कंपनियों का ब्याज दर कम किया जाए।