व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता को लेकर दुकान के गोदाम में मादक पदार्थ फेंककर फंसाने की कोशिश करने वाला व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार व्यक्ति का नाम संजय प्रसाद है जो हनुमानगढ़ी मोहल्ले का रहने वाला है। उसके पास से सिम व सेलफोन भी बरामद किया जिससे पुलिस को गुमराह कर निर्दोष को फंसाने की कोशिश की गयी थी। प्रतिनियुक्ति पर आये सदर डीएसपी राम पुकार सिंह ने बताया कि वैज्ञानिक पड़ताल के दौरान निर्दोष को फंसाने के षडयंत्र का खुलासा हुआ। साक्ष्य मिलने पर पुलिस को गुमराह करने वाले को गिरफ्तार किया गया है। एएसआई जितेन्द्र प्रसाद सिंह के बयान पर संजय प्रसाद, रामबाबू प्रसाद व रेणु देवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। 04 मार्च को अज्ञात व्यक्ति ने सेलफोन से पुलिस को सूचना दी कि विजय प्रसाद के मीठा दुकान के गोदाम में क्रय विक्रय के लिये गांजा रखा गया है। पुलिस सत्यापन में गांजा बरामद हुआ। इसकी पड़ताल शुरु की गयी तो पता चला कि तीनों आरोपित का टीएल आसपास व आंतरिक वार्ता का साक्ष्य मिला। सिम रेणु देवी के नाम पर है। पुलिस को सूचना देने वाले से सख्ती की गयी तो उसने राज खोल दिया कि गोदाम में गांजा रखकर पुलिस को फोन करने के लिये बोला गया था। मीठा व्यवसायी विजय प्रसाद को फंसाने की कोशिश की गयी थी। पुलिस का कहना है कि विजय प्रसाद व रामबाबू प्रसाद में पूर्व से व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता रहा है। विजय प्रसाद का रेणु देवी से भी विवाद चल रहा था। विजय प्रसाद व उसके बेटा पर पॉक्सो एक्ट के तहत 23 मार्च 2021 को एफआईआर भी दर्ज करायी गयी थी। पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर अन्य आरोपिताें की खोज में छापेमारी कर रही है।