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बिहार राज्य के जमुई जिला के चकाई प्रखंड से मोहन दास ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया लॉक डाउन के बाद स्कूल नहीं खोले जा रहे हैं। आंगनवाड़ी भी सही से नहीं खोला जाता है जब उनकी मर्जी होती है वे खोलते हैं नहीं तो बंद रखते हैं। कुछ कहने पर लॉक डाउन का बहाना बनाते हैं

बिहार राज्य के जमुई जिला से महेश कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना काल में हम लोगों का दिनचर्या काफी दयनीय स्थिति रहा, जिससे हम लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बाजार आवागमन में का सामना करना पड़ा, बाहर से आने वाले लोगों को साथ काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। यह जमुई जिला काफी पिछड़ा क्षेत्र है जिसे यहां के सभी नौजवान अपने जीवन यापन के लिए प्रदेश से परिवार का भरण पोषण के लिए एक दूसरी प्रदेश जाकर पेट भरने का काम करता है। लेकिन जब से आनलॉक की स्थिति बनी है फिर से नौजवान प्रदेश के लिए रवाना हुए और धीरे-धीरे दिनचर्या की स्थिति सुधारने लगी है।

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता रजनी कुमार ने विलास रजक से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि कोरोना काल से पहले गुमटी दुकान चला कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। लेकिन जब से दुकान बंद हुई है। आर्थिक स्थिति बहुत खराब है।

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सबिता ने रोशन कुमार से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि कोरोना काल में आर्थिक स्थिति बहुत खराब हुई।जिसके कारण उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़ कर रोजगार करना पड़ा।

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बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता अमित कुमार सबिता ने शिव पूजन से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि कोरोना काल में कोचिंग संस्थान बंद रहने से लाखों का नुक्सान झेलना पड़ा।लॉक डाउन के बाद कोचिंग में पुराने बच्चे नहीं आ रहे हैं।इस दौरान आर्थिक स्थिति बहुत खराब रही।

साथियों, क्या आपने इस कोरोना काल के दौरान आपने शिक्षकों को तलाशने की कोशिश की? क्या आपने उनसे उनका हाल जाना? क्या आपके आसपास ऐसे लोग हैं जो पहले शिक्षक थे लेकिन कोविड काल में नौकरी जाने के बाद अब कोई दूसरा काम कर रहे हैं? क्या आपको नहीं लगता कि सरकार को शिक्षकों की आर्थिक स्थिति सुधारने पर ध्यान देने की जरूरत है? स्कूल बंद होने और शिक्षकों के ना रहने से आपके बच्चों की पढ़ाई पर कितना असर पड़ा है? अगर आप शिक्षक हैं, तो हमें बताएं कि कोविड काल के दौरान आपको किस तरह की परेशानियां आईं और क्या अब आपके हालात पहले जैसे हैं? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता गोपाल पांडेय ने लाला रमेश से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि लॉकडाउन रहने से अनेकों शिक्षकों को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लॉकडाउन के समय में हमारा सैलरी बंद कर दिया गया। जिसके बाद मैंने कई जगह आवेदन दिया। लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ