सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

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बिहार राज्य के जमुई जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता नरेंद्र कुमार ने बताया कि घर के बगल में रहने वाला युवक घर में घुस कर महिला के साथ की गई मारपीट और सोने के गहने पैसे ले कर गायब हो गया। आज आपके क्षेत्र में कैसा गुजरा है दिन? क्या है सबसे अहम खबर? क्या है दिनभर की हलचल? जानने के लिए अभी करें क्लिक

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प्रशासनिक सूझबूझ से ढाई हजार लीटर विदेशी शराब की बड़ी खेप के साथ तस्कर गिरफ्तार सोनो (जमुई)/ शराब माफियाओं के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई के बावजूद शराब तस्करों के हौसले बुलंदियों पर हैं, जो आए दिन शराब तस्करी के कार्यों को अंजाम दे रहे। जमुई जिला के निकटवर्ती राज्य में शराब बिक्री के कारण बड़े पैमाने पर विदेशी शराब का कारोबार अनवरत जारी है। बीते रात्रि 10:30 बजे के आसपास थाना से गस्ती के लिए निकले, पुलिस अवर निरीक्षक त्रिपुरारी कुमार और बीएसएपी के जवानों को जिला पुलिस अधीक्षक डॉ शौर्य सुमन से मिली सूचना के अनुसार की ब्लू रंग की अशोका लीलैंड वाहन चकाई से शराब की बड़ी खेप ले सोनो की ओर जा रही है। मामले की जानकारी वरीय पदाधिकारीयों से साझा करने के पश्चात अनुमंडलीय पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार, थानाध्यक्ष सोनो चितरंजन कुमार दल -बदल के साथ चकाई- सोनो मुख्य मार्ग पर बटिया के समीप चौकसी बढ़ा दी, कुछ समय पश्चात रात्रि 11:00 के आसपास चकाई की ओर से ब्लू रंग की अशोका लीलैंड गाड़ी आती दिखी जिसे सशस्त्र बलों के सहयोग से बलपूर्वक रोका गया, वाहन चालक और सहयोगी ने वाहन छोड़ भागने का असफल प्रयास किया, जिसे बीएसएपी के जवानों ने धर दबोचा। छापेमारी दल द्वारा वाहन की तलाशी के पश्चात त्रिपाल के नीचे छुपा कर रखे गए विदेशी शराब की बड़ी खेप जप्त हुई, जिसमें मैकडॉवेल नंबर वन रिजर्व व्हिस्की की 44 कार्टून, मैकडॉवेल नंबर 1 सुपीरियर व्हिस्की की 174 कार्टून और इंपिरियल ब्लू व्हिस्की की 50 कार्टून बरामद हुई, जप्त किए गए शराब की कुल मात्रा 2493 लीटर बताई गई । शराब तस्करी में गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान गिरिडीह जिला अंतर्गत भेलवा घाटी थाना क्षेत्र निवासी नगो यादव के पुत्र रंजीत कुमार यादव और चकाई थाना क्षेत्र के गम्हरिया निवासी राजकुमार यादव के पुत्र विकास कुमार यादव के रूप में की गई, तलाशी के दौरान अभियुक्तों से दो मोबाइल फोन भी बरामद हुआ जिसमें एक वीवो कंपनी और दूसरा टेक्नो कंपनी का है। अभियुक्तों पर बिहार एक्साइज प्रोहिबिशन एंड अमेंडमेंट एक्ट की धारा के तहत केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया। शराब तस्करों के मंसूबों को असफल बनाने में पुलिस निरीक्षक झाझा प्रताप सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक सोनो चितरंजन कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक त्रिपुरारी कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक लक्ष्मीपुर मुकेश कुमार केहरी, पुलिस अवर निरीक्षक सोनो के विशाल कुमार सिंह और बीएसएपी के जवानों ने बेहतर समन्वय और मुस्तैदी दिखाते हुए शराब कारोबारियों के बड़े मंसूबों को असफल किया।

बिहार राज्य के जमुई जिला के चकाई प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से जयकुमार शुक्ला बताते हैं कि शराब के ख़िलाफ़ चकाई पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। चकाई पुलिस ने चकाई चौक से पिकअप वाहन से भारी मात्रा में शराब जप्त कर एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है। खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

दवाओं के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ़ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में व्यवहार न्यायालय परिसर में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जन जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय दिवस को समारोह पूर्वक मनाया गया। जिला जज ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि ड्रग्स के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय दिवस है जो ड्रग्स के दुरुपयोग के साथ - साथ उनके गैरकानूनी व्यापार के खिलाफ लड़ने का हमें संदेश देता है। यह सालाना 26 जून को दुनियाभर में लाखों लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह दिवस नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ है। यह एक अंतरराष्ट्रीय समाज के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्रवाई को मजबूत करने और सहयोग को बढ़ाने और उसको बढ़ावा देने की अभिव्यक्ति है जो ड्रग्स के दुरुपयोग से मुक्त है। इस दिन विभिन्न संगठन इस खतरे को खत्म करने के लिए शपथ लेते हैं और अवैध ड्रग्स की चुनौतियों को शांतिपूर्वक संबोधित करने पर जोर देते हैं। उनका मूल सिद्धांत युवाओं की रक्षा करना और मानव जाति के कल्याण को बढ़ावा देना है। उन्होंने कार्यक्रम आयोजित किए जाने के लिए अधिकारियों एवं कर्मियों की जमकर तारीफ की। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव पवन कुमार ने इस अवसर पर कहा कि ड्रग्स का सेवन या ड्रग्स की लत एक मनश्चिकित्सीय , सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्या है जो न केवल पूरे विश्व के युवाओं को प्रभावित करती है बल्कि हर आयु वर्ग के लोग इसकी चपेट में चाहे - अनचाहे आ जाते हैं। यह व्यक्ति और समाज को सामाजिक , शारीरिक , सांस्कृतिक , भावनात्मक और आर्थिक रूप से नष्ट कर देता है। जीवित रहने के लिए मस्तिष्क पर ड्रग्स का डर , घबराहट और असुरक्षा की भावना जैसे व्यापक विकार पैदा होते हैं। निकोटीन , कोकीन , कैफीन , नायिका , मॉर्फिन , कैनबिस , मेथ इत्यादि जैसी कुछ दवाएं हैं जो ग्रे मैटर और तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं जिसके परिणामस्वरूप एक उन्नत सतर्कता और प्रतिक्रिया होती है। ऐसे ड्रग्स की लत के कारण भूख और वजन , कब्ज , चिंता का बढ़ना और चिड़चिड़ापन , नींद आना और कामकाज की हानि का गंभीर नुकसान होता है। ऐसे अन्य कई पदार्थ हैं जो मस्तिष्क प्रक्रिया को तेज़ नहीं करके उसे धीमा कर देते हैं और नर्वस सिस्टम को सुस्त बनाते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि उन्हें दर्द निवारक दवाइयाँ और नींद की दवाइयाँ लेनी पड़ती है। न्यायिक पदाधिकारी अनंत सिंह ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी एक अंतरराष्ट्रीय अवैध व्यापार है जिसमें मूलभूत कानूनों के अनुसार निषिद्ध पदार्थ , उत्पादन , खेती , प्रसार और बिक्री शामिल है। ड्रग्स एंड क्राइम पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय इस खतरे का अधिक व्यापक अध्ययन करने के लिए अवैध अंतरराष्ट्रीय दवा बाजारों की निगरानी और शोध कर रहा है। उनकी ड्रग रिपोर्ट में ड्रग्स एंड क्राइम्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय का अनुमान है कि ड्रग्स का बाजार यूएस 321.06 अरब डॉलर का है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार का यह अवैध व्यापर लगभग 1% होने का अनुमान है। उत्तरी व्यापार मार्ग और बाल्कन क्षेत्र मुख्य ड्रग ट्रैफिकिंग क्षेत्र हैं जो पूर्वी और पश्चिमी महाद्वीपों में अन्य अंतरराष्ट्रीय दवा बाजारों के बड़े बाजार में अफगानिस्तान को लिंक करते हैं। यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो अवैध मादक पदार्थों के दुरुपयोग और उसके उत्पादन के खिलाफ लड़ रहा है जिसे एक अंतरराष्ट्रीय अपराध माना जाता है। वर्ष 1997 में इस संगठन को संयुक्त राष्ट्र ड्रग कंट्रोल कार्यक्रम के साथ अंतर्राष्ट्रीय अपराध निवारण केंद्र में विलय करके स्थापित किया गया था। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ड्रग्स एंड क्राइम पर दुनिया भर में चल रहा है। संयुक्त राष्ट्र का यह विभाग उन योगदानों पर निर्भर करता है जो सरकारी संस्थानों द्वारा स्वेच्छा से किए जाते हैं। अवैध नशीली दवाओं की तस्करी , अपराध दर में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में सदस्यों की सहायता करने में मदद के लिए यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम अनिवार्य है। अपनी वार्षिक घोषणा में इस संगठन के सदस्यों ने अपने सभी रूपों में अवैध दवा उद्योग में बढ़ती अपराध दर से लड़ने और उनके मुकाबले करने के प्रयासों को मजबूत करने का संकल्प किया है। न्यायिक पदाधिकारी समीर कुमार , ऋषिकांत , धीरेंद्र बहादुर सिंह , संजय कुमार सिंह , लक्ष्मीकांत मिश्र आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय दिवस को आत्मसात किए जाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में कई न्यायिक पदाधिकारी और कर्मियों ने हिस्सा लिया और इसके नुकसान से अवगत हुए। कार्यक्रम के अंत में न्यायिक पदाधिकारी अनंत सिंह ने उपस्थित जनों को शपथ दिलाई और उन्हें नशीली पदार्थों को " ना " कहने के लिए प्रेरित किया। उधर कई विद्यालयों में भी इस दिवस को मनाया गया। छात्र - छात्राओं ने स्लोगन लिखकर लोगों को इससे दूर रहने का संदेश दिया।