सरस्वती पूजा को लेकर मूर्ति को अंतिम रूप देने में लगे हैं कारीगर। सिकन्दरा प्रखंड राधिका भवन में मशहूर मूर्तिकार सुरेन्द्र पंडित के द्वारा सरस्वती पूजा को लेकर सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सुरेन्द्र पंडित बताते हैं कि मैं करीब 41 बर्ष से ही मूर्ति बना रहा हूं। मैं 12 बर्ष की उम्र से ही पिताजी के साथ मूर्ति बनाना शुरू किया था। ज्ञात हो कि सुरेन्द्र पंडित की पत्नी कलावती देवी 2011 से 2016 तक सिकन्दरा पंचायत के मुखिया रही। तथा सुरेन्द्र पंडित 2016 से 2019 तक भारतीय जनता पार्टी सिकन्दरा के प्रखंड अध्यक्ष रहे, फिर भी कभी मूर्ति बनाना नहीं छोड़े।इनका कहना है कि मैं जीवन पर्यन्त अपनी पेशा को नहीं छोड़ूंगा। सुरेन्द्र पंडित सिकन्दरा में कुटुम्ब जी के नाम से विख्यात है, मृदुभाषी स्वभाव के हैं और हमेशा सबकी सुनते और सबकी सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। कोई भी इनसे सहयोग की अपेक्षा से आता है तो यथा संभव सहयोग करते रहते हैं चाहे आने वाले किसी भी मुसीबत में हो उनका सहयोग करते रहते हैं बिना भेदभाव के। इन्होंने बंगाल के दमदम विश्वजीत चक्रवर्ती को रखे हुए हैं सहयोग के लिए। सुरेन्द्र पंडित सरस्वती मूर्ति के अलावे मां दुर्गा की प्रतिमा, गणेश जी की प्रतिमा, विश्वकर्मा भगवान की प्रतिमा को बिहार के अन्य जिलों में भी जाकर बनाते हैं आर्डर आने के बाद। अभी तक इन्होंने एक से बढ़कर एक 60 सरस्वती की प्रतिमा को बनाए हैं। अपनी मुस्कुराहट से और मृदुल स्वभाव और समाज सेवा से सबों का दिल जीतने में माहिर हैं।14 फरवरी बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा है।13 फरवरी तक सभी मूर्ति को अंतिम रूप दिया जा सकेगा।