सरकार ने वादा खिलाफी किया है, इसके लिए धरना प्रदर्शन जरूरी है और इसके अलावा हमारे पास कोई रास्ता भी नहीं है, अब हमें धरना प्रदर्शन से भी रोका जा रहा है हमारी परंपरा है कि रास्ते से कांटे और पत्थर को हटाते हैं लेकिन सरकार हमारे रास्ते में कील ठोक रही है, दीवारें खड़ी कर रही है अब हिंदुस्तान में हम धरना नहीं करें तो कहां जाएं??? अगर इलेक्शन से पहले इसका हल नहीं निकला तो सरकार को उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।