अभिलेखों का डिजिटलीकरण करने का दिया निर्देश रायबरेली। राजस्व परिषद अध्यक्ष हेमंत राव का एक दीवसीय दौरा जनपद में हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित पटलों पर अभिलेखो की जांच की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उनके निरीक्षण का उद्देश्य अभिलेखों का डिजिटलीकरण करना है जिससे कि लोगों को त्वरित न्याय मिल सके व कार्य में तेजी आए और कार्यों में पारदर्शिता दिखाई दे। इस दौरान उन्होंने भू-लेख अभिलेखागार,कृषि सांख्यिकीय अभिलेखागार,शस्र अभिलेखागार, संग्रह अनुभाग एवं जनसंपर्क काउंटर के अभिलेखों का निरीक्षण किया। इसके उपरांत परिषद अध्यक्ष ने सदर तहसील के खतौनी काउंटर का अवलोकन किया और वहां पर आए हुए आम जन लोगों से बातचीत की। तदुपरांत उन्होंने तहसील के सभी पटलों पर अभिलेखो की जांच की और तहसीलदार सदर को आवश्यक निर्देश दिए। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि जनपद में राजस्व संबंधी कार्यों में काफी अच्छी प्रगति देखने को मिली है। साथ ही काश्तकारों को भूमि आवंटन और राजस्व से संबंधी मामलो में कार्य प्रगति पर है। कार्यालय में स्टाफ की कमी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसके लिए आयोग द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है। *परिषद अध्यक्ष ने राजस्व अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक* राजस्व परिषद अध्यक्ष हेमंत राव ने तहसील सदर के सभागार में जनपद के सभी राजस्व अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने अब तक हुए कार्यो की प्रगति जानी। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों से घरौनी वितरण में किए गए कार्यों के संबंध में जानकारी ली और यह भी जाना की घरौली से लोगों को क्या लाभ मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व से संबंधित मामलो में प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए जल्द से जल्द समस्याओं का निस्तारण किया जाए। जिससे कि आम जनता को त्वरित न्याय मिल सके और बार-बार कार्यालयो के चक्कर न लगाने पड़े। उन्होंने कहा की डिजिटलकरण से उचित व्यक्ति को समय से न्याय मिलेगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी हर्षिता माथुर, अपर जिलाधिकारी(प्र) प्रफुल्ल त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी (वि0 एवं रा0) पूजा मिश्रा सहित सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार नायब तहसीलदार उपस्थित थे।

शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के श्री बरखण्डी विद्यापीठ इण्टर कॉलेज शिवगढ़ के मैदान में आयोजित 67वीं ऐतिहासिक श्री बरखण्डी स्मारक राज्य हॉकी प्रतियोगिता के फाइनल में स्टार इलेवन बलरामपुर ने स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ को 3-1 से पराजित कर कप अपने नाम कर लिया। गौर तलब हो कि बारिश के चलते पेनल्टी स्ट्रोक के द्वारा निर्णय लिया गया। जिसमें स्टार इलेवन बलरामपुर ने 3 -1 से जीत दर्ज कराई। मैन ऑफ द मैच बलरामपुर टीम के गोल कीपर तल्विजुल रहिमान को दिया गया। वहीं मैन ऑफ़ द सीरीज स्पोर्ट कॉलेज लखनऊ के दानिश को दिया गया। फाइनल मैच का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के पूर्व प्राचार्य एवं विद्यापीठ के पूर्व छात्र डॉ.रामकुमार मिश्रा,श्री बरखण्डी विद्यापीठ इण्टर कॉलेज शिवगढ़ के प्रबन्धक एवं शिवगढ़ ब्लॉक प्रमुख कुंवर हनुमन्त प्रताप सिंह, आयोजक कमेटी के अध्यक्ष एवं विद्यापीठ के प्रधानाचार्य राजकुमार गुप्ता द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया गया। रेफरी की भूमिका जहाँ कवि यादव, मुशीर अहमद, अजहर अब्बास, सुनील चौधरी ने निभाई। तो वहीं स्कोरर की भूमिका अनुराग श्रीवास्तव ने निभाई। फाइनल मैच के मुख्य अतिथि डा.रामकुमार मिश्रा व विद्यापीठ के प्रबंधक कुंवर हनुमन्त प्रताप सिंह द्वारा विजेता-उपविजेता टीम को कप एवं खिलाड़ियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन डॉ. बृजेश सिंह द्वारा किया गया। डा.मिश्रा ने कहाकि विद्यापीठ पिछले 67 वर्षों से राष्ट्रीय खेल हॉकी को संरक्षण प्रदान करता चला रहा है जो क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। इससे ग्रामीण अंचल में छुपी प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। इस मौके पर सचिव शैलेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण, भूपेंद्र,अभिषेक मिश्रा, अभयराज सरोज,सोनू सिंह,सुशील कुमार शुक्ल, धीरेंद्र प्रताप सिंह, उप सचिव राज बहादुर सिंह, अरुण कुमार सिंह, अविनाश सोनकर, योगेश झा, जगत बहादुर सिंह, ओमप्रकाश, अरविंद कुमार शुक्ल, अरुण त्रिवेदी, प्रमोद सिंह, धर्मेंद्र कुमार, अमरीश सिंह, रामनरेश मेहता,शालू गुप्ता,रणविजय सिंह,हरिबहादुर सिंह, रामसनेही सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

लखनऊ प्रयागराज हाईवे पर अज्ञात वाहन की टक्कर लगने से रेलवे के कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई है। सोमवार सुबह 10:00 बजे के आसपास लखनऊ प्रयागराज हाईवे पर बगाही मोड़ के निकट हाईवे के ऊपर कट होने के चलते संगम पुत्र सत्रोहन निवासी पहुरावा उम्र लगभग 35 वर्ष जो लखनऊ चारबाग के लोको में रेलवे के चतुर्थ श्रेणी में कार्यरत था। रोज की तरह घर से निकलकर अपनी बाइक के द्वारा बछरावां जैसे ही पहुंचा, बाइक खड़ी कर रोड पार करते समय रायबरेली की तरफ से आ रहे एक अज्ञात वाहन के द्वारा उसे टक्कर मार दी गई। टक्कर इतनी जोरदार थी, कि सिर तथा शरीर के परखच्चे उड़ गए। घटना को देख स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक की पहचान कर उसके पारिवारिक जनों को सूचना दी गई, मौके पर पहुंचे पारिवारिक जनों में घटना को देख कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

थाना क्षेत्र बछरावां अंतर्गत ग्राम मेहरबान खेड़ा में किसाने की तीन भैंस चोरी होने का मामला सामने आया है। दिनांक 4/5 की रात मेहरबान खेड़ा मजरे शेखपुर समोधा गांव के रहने वाले पशुपालक राम प्रताप व राम बहादुर पुत्रगण बाबूलाल की तीन भैंस चोरों ने पार कर दी। जिसकी जानकारी 5 फरवरी सुबह 3:00 बजे के आसपास पशुपालक को जब हुई, जब वह अपनी भैंसों को चारा देने के लिए गया था। उसने अपनी भैंसे गायब देखी, देखते ही किसान हैरान हो गया । और इधर-उधर खोजबीन करने लगा। खोजबीन करने पर जब पता न चलने पर 112 पुलिस को फोन लगाया गया, परंतु फोन नहीं लगा। पशुपालकों के द्वारा बछरावां थाने पहुंचकर क्षेत्र में घूम रहे इधर-उधर कसाइयों पर आशंका जताते हुए नामजत तहरीर दी गई है।

फाइलेरियारोधी दवा पूरी तरह सुरक्षित : मुख्य चिकित्सा अधिकारी 10 फरवरी से चलेगा आईडीए अभियान अमेठी, 5 फरवरी, 2024 | जनपद में 10 फरवरी को जब आशा दीदी घर की कुंडी खटखटायें और कहें कि आओ सब लोग और फाइलेरिया की दवा खाओ तो दवा खाने से मना न करें| घर पर दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमारी से पीड़ित को छोड़कर सभी लोग दवा खाएं | किसी भी तरह का बहाना मत बनाएं क्योंकि आपकी भलाई के लिए सरकार अभियान चलाकर फाइलेरियारोधी दवा खिला रही है | यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अंशुमान सिंह का | मुख्य चिकित्सा अधिकारी कहते हैं कि राष्ट्रीय फाइलेरिया उनमूलन कार्यक्रम के तहत पूरे जनपद में आईडीए अभियान के तहत फाइलेरियारोधी दवा आइवरमेक्टिन, डाईइथाईल कार्बामजीन (डीईसी) और एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी | फाइलेरियारोधी दवा खाएं और जनपद को फाइलेरियामुक्त बनाने में सहयोग करें | जिला मलेरिया अधिकारी शेषधर द्विवेदी ने बताया कि वह पिछले .... साल से फाइलेरियारोधी दवाओं का सेवन कर रहे हैं, उन्हे दवा खाने के बाद कोई समस्या नहीं हुई | दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रमाणित हैं | यह मत समझें कि बिल्कुल स्वस्थ हैं तो दवा का सेवन क्यों करें | यह बीमारी फाइलेरिया परजीवी से संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है | जब स्वस्थ लोगों को फाइलेरिया संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर काटता है तो स्वस्थ लोग भी संक्रमित हो जाते हैं और इसके लक्षण पाँच से दस साल बाद और कभी-कभी तो पंद्रह साल के बाद दिखाई पड़ते हैं | तब तक देर हो चुकी होती है | फाइलेरिया ऐसी बीमारी होती है जिसका कोई इलाज नहीं है | इसका केवल प्रबंधन ही किया जा सकता है | व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होते हैं और वह जाने अनजाने अन्य लोगों को संक्रमित करता रहता है | आईडीए अभियान के तहत लगातार तीन साल तक साल में एक बार फाइलेरियारोधी दवाओं का सेवन कर इस बीमारी से बचा जा सकता है | कुछ व्यक्तियों में दवा सेवन के बाद चक्कर आना, जी मितलाना और उल्टी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं इसका मतलब है व्यक्ति में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे और उनके मरने के परिणाम स्वरूप यह प्रतिक्रिया हुई है | इसलिए परेशान न हों, यह थोड़ी देर में अपने आप ठीक हो जाते हैं | यदि फिर भी कोई समस्या महसूस होती है तो आशा कार्यकर्ता या रैपिड रिस्पॉन्स टीम(आरआरटी) से संपर्क करें |

आईडीए अभियान को लेकर जनप्रतिनिधियों को किया गया संवेदीकृत लखनऊ, 5 फरवरी 2024 नगर पंचायत सभागार काकोरी में सोमवार को सर्वजन दवा सेवन(आईडीए) अभियान को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सभासदों को संवेदीकृत किया गया | इस मौके पर सीएचसी अधीक्षक डा. अवधेश कुमार ने प्रतिभागियों से कहा कि आप सभी लोग जनप्रतिनिधि हैं और जनसमुदाय में सम्मानीय हैं | अभियान की सफलता में आपसे सहयोग अपेक्षित है | 10 फरवरी से राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आईडीए अभियान चलेगा जिसके तहत फाइलेरियारोधी दवाएं आइवरमेक्टिन, डाईइथाईल कार्बामजीन (डीईसी) और एल्बेंडाजोल खिलाई जाएंगी | आप लोग स्वयं भी दवा का सेवन करें और समुदाय को फाइलेरियारोधी दवा खाने के लिए प्रेरित करें | समुदाय में लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें कि दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और फाइलेरियारोधी दवाओं का सेवन करके ही फाइलेरिया बीमारी से बचा जा सकता है | यह मच्छर से होने वाली बीमारी है और लाइलाज है | इसका केवल प्रबंधन किया जा सकता है | समुचित प्रबंधन और देखभाल के अभाव में व्यक्ति दिव्यांग हो जाता है | स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सहयोग करें | दवाएं खाली पेट नहीं खानी है और दो वर्ष से कम के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को छोड़कर सभी को खानी है | दवा खाने के बाद किसी-किसी को जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आना, सिर दर्द, खुजली की शिकायत हो सकती है, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है। यदि फिर भी दिक्कत रहती है तो आशा कार्यकर्ता या रैपिड रिस्पॉन्स टीम(आरआरटी) से संपर्क करें | नगर पंचायत अध्यक्ष रोहित साहू ने यह विश्वास दिलाया कि समस्त जनप्रतिनिधि फाइलेरिया कार्यक्रम में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे एवं सभी सभासद अपने क्षेत्र में स्वयं भी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ फाइलेरियारोधी दवा खाकर कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे | इस मौके पर अपर शोध अधिकारी पीसी पांडे, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राजेश सिंह और बीसीपीएम प्रद्युम्न मौर्य मौजूद रहे |

आम चुनाव की तर्ज पर चलाया जाएगा सामूहिक दवा सेवन अभियान - फाइलेरियारोधी दवा खाने वाले की तर्जनी उंगली पर लगेगा निशान फोटो - पीलीभीत। आम चुनाव में जिस तरह मतदान के समय मतदाता की उंगली में स्याही का निशान लगाया जाता है। उसी तरह इस बार के सामूहिक दवा सेवन अभियान (एमडीए राउंड) के दौरान फाइलेरियारोधी दवा खाने वाले लाभार्थियों की उगंली पर निशान लगाया जाएगा। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आगामी 10 फरवरी से शुरू हो रहे इस अभियान की शत-प्रतिशत सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यह कवायद शुरू की है। यह प्रक्रिया इसलिए भी की जा रही है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस बात का पता चल सके कि कितने लाभार्थियों ने इस दवा का सेवन किया है और कितने लाभार्थी इससे वंचित हैं। आगामी 10 से 28 फरवरी के मध्य स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर अपने सामने ही लोगों कोफाइलेरियारोधी दवा खिलाएंगी। दवा का वितरण नहीं किया जाएगा। दवा खाने वाले व्यक्ति के दाएं हाथ की तर्जनी उंगली पर मार्कर पेन से निशान लगाया जाएगा। सीएमओ डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि फाइलेरियारोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। हालांकि इन दवाओं का कोई विपरीत प्रभाव नहीं है। फिर भी किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण होते हैं, तो यह इस बात का प्रतीक हैं कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद है। ऐसे लक्षण इन दवाओं के सेवन के उपरांत शरीर के भीतर परजीवियों के मरने के कारण उत्पन्न होते हैं। सामान्यतः ये लक्षण स्वतः समाप्त हो जाते हैं परंतु ऐसी किसी भी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित रैपिड रिस्पॉन्स टीम आरआरटी भी बनाई गई है। आवश्यकता पड़ने पर आरआरटी को उपचार के लिए आशा कार्यकर्ता के माध्यम से बुलाया जा सकता है। जिला मलेरिया अधिकारी पंकज द्विवेदी ने बताया कि इस अभियान के दौरान जिले में दो दवाएं डाईइथाइल कार्बामजीन (डीईसी) और एल्बेंडाजॉल खिलाई जाएंगी फाइलेरियारोधी दवा का सेवन एक वर्ष के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। एल्बेंडाजोल को चबाकर ही खानी है। एक से दो वर्ष की आयु के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली खिलाई जाएगी। डाईएथाइल कार्बामाजिन (डीईसी) की गोली उम्र के हिसाब से खिलाई जाएगी। दो साल से कम उम्र के बच्चों को यह गोली नहीं दी जाएगी। दो से पांच साल तक की उम्र के बच्चों को एक गोली, पांच से दस साल तक को दो गोली, 10-15 साल के लोगों को तीन और 15 साल से अधिक के लोगों को चार गोली खिलाई जाएगी।

शहरी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाएं और भी बेहतर होंगी: डॉ. राजशेखर - मुंशीगंज में चौथे शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर का हुआ शुभारंभ फोटो - सीतापुर। नगरीय क्षेत्र के मोहल्ला मुंशीगंज में सोमवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर) का उद्घाटन नोडल अधिकारी व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजशेखर ने फीता काटकर और दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस आयुष्मान आरोग्य मंदिर के शुरू होने से शहरी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं और भी बेहतर होंगी। यहां पर बच्चों और गर्भवती का टीकाकरण किया जाएगा, साथ ही लक्षित दंपति को उनकी मनपसंद की परिवार नियोजन की सेवाएं भी प्रदान की जाएगीं। उन्होंने यह भी बताया कि इस स्वास्थ्य केंद्र पर एक चिकित्सक के अलावा दो अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गई है। इस स्वास्थ्य केंद्र के शुरू हो जाने से मुंशीगंज सहित आसपास के नगरीय क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को सामान्य उपचार के लिए जिला चिकित्सालय के चक्कर नहीं काटने होंगे। यहां पर पहले ही दिन से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलने लगी हैं। डॉ. राजशेखर ने बताया कि सीतापुर नगरीय क्षेत्र की यह चौथा स्वास्थ्य केंद्र है। इसके खुलने के बाद अब जिले भर में आठ नगरीय आयुष्मान आरोग्य मंदिर हो गए हैं। इनमें से चार सीतापुर शहर में हैं। इसके अलावा लहरपुर, बिसवां, महमूदाबाद और खैराबाद में एक-एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं। उन्होंने बताया कि जिले की वर्तमान आबादी करीब 51.95 लाख है। जिसमें से करीब 76.95 प्रतिशत लोग ग्रामीण इलाके में रहते हैं। ग्रामीण इलाके की स्वास्थ्य जरूरतों की पूर्ति के लिए जिले में 19 ब्लॉक सीएचसी, तीन अन्य सीएचसी, 66 पीएचसी, सात शहरी पीएचसी और 446 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं। इस मौके पर आयुष्मान आरोग्य मंदिर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. एतेश, जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा, शहरी स्वास्थ्य मिशन की जिला समन्वयक सीता मिश्रा, स्टाफ नर्स रंजना श्रीवास्तव, फार्मासिस्ट हिमांशु मिश्रा, लैब टेक्नीशियन गौरव मिश्रा, अश्वनी शुक्ला, आरएस पाल, साेमवती, कंचन निषाद, रमेश निषाद, विकास आदि मौजूद रहे।

रायबरेली नगर पालिका की अनदेखी का खामियाजा श्यामनगर के लोगों को झेलना पड़ रहा है तालाब की सीट नाली और नाली में भरने से वह चौक हो गए हैं जिसके कारण मोहल्ले में गली से लेकर घरों में गंदा पानी भरने से लोगों की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है समस्या से परेशान होकर मोहल्ले वासियों ने प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार किया है

ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के पूरे गुलाब माजरा कंडरावा गांव में अनुसूचित जाति के व्यक्ति की जमीन एटीएम प्रशासन का फर्जी अनुमति प्रमाण पत्र लगाकर बैनामा करा ली गई