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देवरिया: भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के सरयां बाजार जो दशकों पूर्व से क्षेत्र के प्रसिद्ध बाजार में एक बाजार है।जहा सब्जी मंडी भी लगता है।खनुआ नदी के होने के कारण बासघांटी,चुहीया,गोपलापुर सहित एकला आम गांव के ग्रामीणों को सरयां बाजार में आने जाने के लिए सिर्फ पीपा पुल ही सहारा बना रहता है। राहगीरों का कहना है कि अधिकतम 9 माह तक ही पीपा पुल रहने से हम लोगो को सरायां बाजार में आने जाने के लिए सुविधा मिल पाता है लेकिन वही जब बरसता होने लगती है और नदी के जलस्तर में वृद्धि होने पर पीपा पुल को हटा दिया जाता है तो भटनी,सलेमपुर आदि बाजारों में आना जाना काफी दूरी भरा सफर हो जाता है। इस पर बाढ़ खंड विभाग व लोक निर्माण विभाग द्वारा सरकारी मांग पर अगर पुल का निर्माण हो जाता तो ग्रामीणों के लिए सुविधा जनक मार्ग यह हो जाता।

उत्तरप्रदेश राज्य के देवरिया जिला से पुनीत मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पूर्वोत्तर रेलवे के बाद पुराने रेलवे स्टेशन पर लगे अधिकांश हैंडपंप क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कुछ हैंडपंपों को टैलो पंपों से सहारा दिया गया है , जिसके कारण रेलवे में यात्रा करने वाले यात्री अशुद्ध पानी पी रहे हैं । आरोप है कि रेलवे प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है , जिससे यात्रियों को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है , इसकी शिकायत कई बार जिम्मेदार अधिकारियों या स्टेशन प्रभारी से भी की जा चुकी है , लेकिन अभी तक पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से भी कोई विशेष पहल नहीं की गई है ।

देवरिया: सलेमपुर नगर पंचायत द्वारा नाली का निर्माण वार्ड नंबर 2 पिपरानाजिर सलेमपुर में कराया गया है। जो की मानक के अनुरूप नहीं हुआ है नाली के ऊपर जो ढक्कन लगा हुआ है ।टूटकर बिखर चुका है।

देवरिया: सलेमपुर वार्ड नम्बर 13 रोड़ के पास चूड़ा गली में नाली ओवरफ्लो होने के कारण नाली का गंदा पानी रोड पर बह रहा है सफाई कर्मचारी नाली साफ नहीं कर रहे हैं।

भाटपार रानी,देवरिया: स्थानीय तहसील क्षेत्र के टीकमपार से पुरैना के तरफ जाने वाली सड़क के बीच एक पुलिया में कुछ दूरी तक भारी वाहनों के आवागमन से गड्ढा हो गया है। जो वर्तमान में दुर्घटना को दावत दे रहा है। कड़ाके की इस इस ठंड में सुबह भी घने कोहरे के कारण कुछ लोग अगर सड़क पर ध्यान देकर अपने वाहन को न चलाएं तो वहा दुर्घटना के शिकार भी हो सकते है। आपको बता दे की टीकमपार से होकर पुरैना के तरह जो मार्ग जाता है उसके बीच की पुलिया में हुए गड्ढे का कुछ माह पूर्व ही पीडब्ल्यूडी के द्वारा मरम्मत कराया गया था। लेकिन भारी वाहनों के आने जाने से यह पुलिया पुनः गड्ढे में तब्दील हो गया है।इस मार्ग के बीच पुलिया के कुछ दूरी तक टूट जाने से यह मार्ग अब दुर्घटना को दावत दे रहा है। गड्ढे को देखते ही रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों में आक्रोश हो जा रहा है।वाहन चालकों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा इस गड्ढे का अगर हाल फिलहाल में मरम्मत कार्य नहीं कराया गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के देवरिया जिला से पुनीत मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि पूर्वोत्तर रेलवे के भाटपार रानी रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का अभाव है। कड़ाके की ठंड में पैसेंजर ट्रेन को छोड़ ज्यादेतर यात्री गोरखपुर व सिवान के तरफ एक्सप्रेस ट्रेनों से यात्रा अधिक कर रहे है।जिसके कारण सुबह के 7:30 बजे इंटरसिटी एक्सप्रेस के आने पर गोरखपुर जाने के लिए काफी संख्या में प्लेटफार्म नंबर 1 पर यात्रियों की भीड़ लग जाती है। लेकिन रेलवे विभाग की लापरवाही से यहां पर शौचालय पीने के लिए पानी बैठने के लिए ब्रेंच और अलाव का की समुचित व्यवस्था नहीं है। जिससे सुबह में ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्री काफी परेशानियों का सामना करते है।

उत्तरप्रदेश राज्य के देवरिय जिला से मोबाइल वाणी के संवाददाता बता रहे है कि शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी जगह-जगह कूड़े के ढेर सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। मुख्य मार्ग से लेकर कई मुहल्लो में कूड़े के ढेर दिखाई पड़ते है। यही स्थिति लार विकास खंड के रामनगर गांव के मुहल्लो वाली सड़कों के किनारे की है जहा कूड़े के ढेर लगे है।मुहल्ले में कूड़े के देर के जमा रहने से लोगों का जीना दुभर है।जबकि ग्राम पंचायत गाव में साफ़ सफाई व्यवस्था चाक चौबंद होने का दावा करती है .

उत्तरप्रदेश राज्य के देवरिया जिला से मोबाइल वाणी के संवाददाता बता रहे है कि विद्युत उपकेंद्र लार के रामनगर गांव में विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है।,टूटे पोल व जर्जर तार से मंडरा रहा खतरा, गांव निवासी समाजसेवी राजन सिंह विशेन ने बताया की कोहरे का मौसम है और देर शाम या सुबह में किसी बाइक चालक को अगर इस रास्ते से आना जाना हुआ तो वह दुर्घटना का शिकार भी हो सकता है।इस पर लार विद्युत उपकेंद्र के अधिकारीयों व कर्मचारियों को ध्यान देकर इस समस्या का समाधान कर देना ही जनहित के उचित रहेगा।

देवरिया : क्षतिग्रस्त बिजली पोल और जर्जर तार से निजात नहीं मिल पा रही है। यह समस्या गांव से लेकर शहर तक है। जर्जर पोल से दुर्घटना का खतरा बना रहता है, वहीं आए दिन तार टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। जिस पर विभाग और शासन-प्रशासन का ध्यान नहीं है। गांव-गांव बिजली पहुंचाने की दिशा में विभाग और सरकार गंभीर रहती है। परंतु पुराने दयनीय हो चुके तार व पोल पर उसका ध्यान नहीं पहुंच पा रहा है। कई जगहों पर बिजली के पोल खतरनाक ढंग से झुके हुए हैं तो कुछ नीचे से टूट हुए हैं। कहीं-कहीं तो वर्षो पहले जो लकड़ी के पोल लगे थे, वह बदले नहीं जा सके हैं, उसी पर आपूर्ति संचालित हो रही है। दशकों पुराने तार व पोल को बदलने में जिम्मेदार कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। विधुत उपकेंद्र लार के राम नगर में कई पोल खतरनाक स्थिति में झुके हुए हैं। जो पोल लगे हैं वह भी जर्जर है। जो कभी भी टूट सकता है समाजसेवी राजन सिंह विशेन ने उक्त स्थिति के संबंध में शोसल मीडिया पर इस तस्वीर को साझा करते हुए कहा कि इस विद्युत पोल पर हाइटेंशन तार होने के कारण खतरा बना हुआ है। विभागीय अधिकारियों से ग्रामीणों ने शिकायत की, लेकिन समस्या समाधान की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।