नमस्कार , मैं सोनू कुमार यादव हूँ , मोबाइल वाड़ी में आपका स्वागत है , इस समय मैं सुधामा चौराहा में उपस्थित हूँ और आपको बता दूं कि सुधामा चौराहा बाटुलाही होते हुए बटुलाही के दोनों ओर यानी सड़क के दोनों ओर है । नाला बना रहता है लेकिन नाला बनने के बाद से इसका उपयोग कभी नहीं किया गया है , इसलिए मैं आपको बता दूं कि नाला बनाया गया था लेकिन नाली को मिट्टी से बंद कर दिया गया है और जब भी हल्की बूंदा - बांदी या भारी बारिश होती है । यदि ऐसा होता है , तो सुधामा चौराहा में जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है , जो जिम्मेदार अधिकारी हैं , यदि आप इस पर ध्यान देते हैं और नाले में मिट्टी निकालकर उसे चालू करते हैं , तो सुधामा चौराहा में पानी की एक बूंद भी ।