देवरिया।अलग पूर्वांचल राज्य का निर्माण करने व पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शनिवार को देवरिया के देवरही मंदिर से कुशीनगर के पथिक निवास रेस्टोरेंट तक निकली पूर्वांचल मुक्ति वाहिनी की पदयात्रा सफल रही। इस दौरान मांगों को पूरा करने को लेकर अपनी आवाज को बुलंद भी किया गया। पूर्वांचल मुक्ति वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रेश सिंह अमेठिया ने कहा कि अलग पूर्वांचल राज्य निर्माण ही हमारा एक मात्र मिशन और मुद्दा है। इस आंदोलन को मजबूती देने के लिए मैं लगातार संघर्षरत हूं। यह लड़ाई कुर्सी व सत्ता के लिए नहीं है।सारे नेता पूर्वांचल को के मुद्दे को सत्ता की सीढ़ी बनाकर राज भोग रहे है और पूर्वांचल राज्य निर्माण की जब बात आती हैं तो उनके मुंह में दही जम जाता हैं और मौनी बाबा बन जाते है।मेरा पूर्वांचल की करोड़ों की जनता को इस मिशन से जोड़ने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की दुर्दशा, गरीबी, बेकारी, अति पिछड़ेपन व नौजवानों का पलायन होना सारे राजनीतिक दलों का प्रयास है। इसके लिए सरकारों की गलत नीतियां और राजनेताओं की इच्छाशक्ति भी जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के 28 जनपदों की जनता की दर्द को किसी भी दल के नेता ने समझने की कोशिश नहीं की है। जिसके कारण पूर्वांचल के शिक्षित नौजवानों को दूसरे प्रदेशों में जाकर परेशानी सहकर नौकरी करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की दशा व दिशा बदलने के लिए मैं दृढ़ संकल्पित हूं। मै अपने आखिरी सांस तक इसके लिए आवाज बुलंद करता रहूंगा।उन्होंने मांग उठाते हुए यह भी कहां की पुरानी पेंशन बहाली भी जनहित का मुद्दा हैं जिसके लिए मेरा संघर्ष जारी रहेगा।यह एक जनपद से दूसरे जनपद की पूरी यात्रा लगभग 32 किमी के आसपास की रही।जिस यात्रा में प्रदीप गोस्वामी,सोनू सौनी,विक्रम खरवार,राकेश सिंह,कौशल वर्मा,प्रवीण कुमार यादव,दिनेश मल्ल,हरिशंकर सिंह सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।