मेरी बेटी एक कविता देख रही है , कल मेरी बेटी इस घर की कितनी बेटी बनी , आज वह उस घर की बहू बन गई । कल पापा कहते थे कि मुझे ये साड़ी पसंद है , आज वह साड़ी पहनना सीख गई है , यह देखकर कि मेरी बेटी कितनी बड़ी हो गई है , जो कल तक एक छोटी सी बात पर भी गुस्सा करती थी । रेकर ने सब कुछ सहना सीख लिया , जो कल तक इस घर की बड़ी बेटी थी , आज उस घर की छोटी बहू बन गई । किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल करना सीखना है जिसने कल तक अपनी देखभाल नहीं की थी , आज सभी की देखभाल करना सीखना है ।