अमित के मारा ने अगमगढ़ में बाल वामी से बात की , आप कोने में बैठकर क्यों रोते हैं , आप कोने में बैठकर क्यों रोते हैं , आप कोने में बैठकर क्यों रोते हैं , आप क्यों रोते हैं , आप क्यों रोते हैं ? वह सपनों से क्यों डरता है , वह आंसुओं से क्यों डरता है , वह मेहनत से क्यों डरता है , वह झूठ बोलने वालों से क्यों डरता है , वह गिरने से क्यों डरता है । तो मुट्ठी में पैसा रेखाओं को ले जाता है जैसे कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता , शुरुआत साहचर्य के घर से डरती नहीं है , वह परेशानी से क्यों डरती है , तो लड़ाई से पीछे क्यों हटें , आपको किसने रोका ?