नमस्कार दोस्तों , मैं सरोनी कुमारी हूँ , इसलिए दोस्तों , आज मैं एक बच्चे से मिलने जा रहा हूँ , इसलिए मैं आपको एक कहानी सुनाऊंगा । नमस्कार दोस्तों , आज हमारा नाम सौरभ कुमार है । आज मैं कहानी बताने जा रहा हूँ । कहानी का नाम बंदर और गिलहरी वहाँ जंगल में एक विशाल आम का पेड़ था , उस पर कई बंदर रहते थे । हरी गौरैया , तोता , कोयल आदि सभी बहुत समान थे । सभी ने एक - दूसरे की खुशी और दुख का ख्याल रखा । सभी लोग खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे थे । एक बार एक बंदर पेड़ की एक शाखा पर आराम कर रहा था । बंदर की पूंछ बहुत लंबी थी । यह इतना लंबा था कि जब जब मीन लटक रहा था , एक गिलहरी इधर - उधर कूद रही थी , जैसे ही उसे कुछ अनाज मिल रहा था ।