सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

अशोकनगर की जिला अस्पताल में बुधवार को अपर कलेक्टर जीएस धुर्वे एवं एसडीएम अनिल बावरिया निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। इस दौरान कोई डॉक्टर अनुपस्थित मिले उन पर अनुपस्थिति दर्ज कर दी। अस्पताल में पहुंचने के बाद उन्होंने सभी वर्णों का निरीक्षण किया जिसमें उन्होंने देखा कि कई जगह पर बेहतर साफ सफाई दिखाई नहीं दी। साथ ही जब वह एनआरसी वार्ड में पहुंचे तो वहां पर केवल दो बच्चे ही मिले। कलेक्टर ने बताया कि मुख्य उद्देश्य डॉक्टरों की स्थिति देखना था।

कलेक्ट्रेट कक्ष क्रमांक 123 में जिला पंचायत सदस्य पद के फॉर्म की सोमवार को समीक्षा हुई, इस दौरान दो फार्म विद्यमान नहीं होने के कारण रिजेक्ट कर दिए गए। 48 फॉर्म विधिमान्य पाए गए हैं, जो स्वीकार किए गए हैं। सुबह से शुरू हुई समीक्षा शाम तक चली, कलेक्ट्रेट में दिन भर उम्मीदवार एवं उनके समर्थकों की भीड़ लगी रही, अब जिला पंचायत के वार्ड नंबर 5 में 48 प्रत्याशी मैदान में है। अभ्यर्थियों में लक्ष्मी कुमार सिंह ग्राम पाक रोड तहसील ईसागढ़ तथा बाबूलाल ग्राम नदिया पचार तहसील अशोकनगर के नाम निर्देशन पत्र विद्यमान नहीं पाए जाने के कारण निरस्त कर दिए गये।

15 सितंबर को सीमेंट सरिया के व्यापारी के घर दिन दहाड़े चाकू की नोक पर लूट की घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी 111 दिन बाद पुलिस की ग्रफ्त में आ गया। आरोपी को गुना स्थित पार्वती नदी के पास से पुलिस ने गिराबंदी कर पड़ा, जिसके कब्जे से पुलिस ने चोरी किया गया 15 तोला सोना भी बरामद किया। आरोपी पर 9 थानों में धारा 302 शहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज है। आरोपी पर डीआईजी ग्वालियर ने ₹20000 का इनाम घोषित किया था।

अशोकनगर जिले की अशोक नगर जिले की मुंगावली तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत बमोरी टांका में आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा था आचार संहिता लगने के करीब एक सप्ताह बाद भी सरकारी संपत्ति पर राजनीतिक चिन्ह के साथ पृतिनिधि का नाम लिखा हुआ था पत्रकारो की खबर के बाद सचिब पर निलंबन की कार्रवाई की गई है

अशोकनगर जिले की कचनार थाना अंतर्गत जाटोली ग्राम में हुई चोरी की वारदात

साडोरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत अवेध शराब बेचते हुए पकड़ा गया युवक

गांधी जयंति के ठीक एक दिन बाद घटे एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में सरकारी जांच एजेंसी ईड़ी ने देश के एक प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान ‘न्यूजक्लिक’ पर कार्रवाई करते हुए संस्थान से जुड़े कई लोगों के घरों में छापेमारी की, इस छापेमारी के बाद न्यूजक्लिक के प्रमोटर और उनके सीए को गिरफ्तार कर लिया गया, इसके अलावा संस्थान के कई लोगों को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया। दो गिरफ्तारियों और तमाम लोगों से पूछताछ के अलावा करीब पचास लोगों के लैपटॉप और फोन जब्त कर लिये। ऐसा मान भी लिया जाए कि न्यूजक्लिक ने ऐसा किया है तो फिर सरकार को भी तो चीन के साथ अपने संबंधों को खत्म कर देना चाहिए, क्योंकि चीन सीमा से लेकर भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता ही रहता है, रही बात केवल फंड प्राप्त करने की तो सरकार ने कोविड के दौरान बनाए गये पीएम केयर फंड में चीन की तमाम कंपनियों से फंड प्राप्त किया। पीएम केयर में फंड देने के बाद वे सभी कंपनिया भारत में व्यापार कर रही हैं। और उनमें से ज्यादातर कंपनिया लगातार अपने व्यापार में बढ़ोत्तरी कर रही है? ऐसे में क्या सरकार को भी चीन समर्थक माना जाएगा? अगर हां तो फिर सरकार को भी इस्तीफा दे देना चाहिए, और जांच एजेंसियों को पीएम केयरफंड के नाम पर पैसा पाने वाले लोगों की भी जांच करनी चाहिए? इस मुद्दे के पक्ष या विपक्ष में अपनी राय जरूर रिकॉर्ड करें .