पहाड़ी क्षेत्र में बसे हुए लोगों को बिजली पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। गरीब परिवार को रोज़गार मिलना चाहिए। सरकार को ध्यान देना चाहिए

बिहार राज्य के जिला कैमूर से सीताराम , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि बेरोजगारी को कैसे दूर किया जाये। भारत में अस्सी प्रतिशत लोग गरीब है। जनता को बराबर हक़ मिलना चाहिए। भारत में गरीबी को दूर करना जरूरी है।

बिहार राज्य के जिला कैमूर से सीताराम , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि जिसका भी कार्यकाल हो, जो भी मंत्री का कार्यकाल हो, जो भी गरीबों का अधिकार हो और जो भी हमारे बिहार के भीतर हो। कंपनी के अभाव में, हमारे बिहार के लोग दूसरे राज्य में जाकर अपना जीवन यापन करते हैं, इसलिए इस तरह की समस्या हमारे पूरे भारत में सबसे आम है। अगर हम बिहार के राज्यों में हैं, तो मैंने भारत सरकार और बिहार सरकार से संपर्क किया है कि भारत के भीतर जितनी कंपनियां हैं, उतनी बिहार के भीतर भी कंपनियां हों ताकि बिहार के लोग बिहार के भीतर रह सकें। कंपनी को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना चाहिए और हर जिले में कंपनियों का गठन किया जाना चाहिए, हर ब्लॉक और पुलिस अधिकारियों को बहाल किया जाना चाहिए और किसी भी कंपनी में उपस्थिति होनी चाहिए। जो भी क्षेत्र या ग्रामीण क्षेत्र या शहरी क्षेत्र में जो भी सार्वजनिक कार्य करना है, वे अपना काम करेंगे और युवाओं को परिवार में वापस लाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करेंगे। लेकिन जब से हम स्वतंत्र हुए हैं, तब से ये कंपनियां भारत में हैं, हमारे बिहार में कोई भी कंपनी ठीक से नहीं चल रही है।

बिहार राज्य के जिला कैमूर से सीताराम , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि हमारे पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निधन पर ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। जो उन्होंने अतीत में अपने कार्यकाल के दौरान किया था। उससे लोग खुश है। इस संबंध में, मैं कामना करता हूं कि कैमूर मोबाइल वाणी के माध्यम से, जो भी हमारे बिहार का मुख्यमंत्री हो या उप मुख्यमंत्री या जो भी हमारा मंत्री हो, किसी भी मामले में, जनता के सही हिस्से को देखते हुए कार्यों पर एक नज़र डालनी चाहिए ताकि जनता की समस्या का समाधान किया जा सके।

किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

हमारे देश में हर एक दिन की अपनी खास बात और महत्व है। जहां एक दिन किसी दिन को हम किसी की जयंती के रूप में मनाते हैं, तो किसी दिन को बेहद ही खुशी से। इसी कड़ी में 24 अप्रैल का दिन भी बेहद खास है।इस दिन पंचायतो में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है जो पंचायत की उपलब्धियों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में उनके योगदान को उजागर करते हैं। यह दिन 17 जून 1992 को संविधान में 73वें संशोधन के पारित होने और 24 अप्रैल 1993 को कानून लागू होने की याद में मनाया जाता है। पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है अगर देश में किसी गांव में कोई दिक्कत है या उस गांव की हालत खराब है, तो उस गांव की इस समस्या को दूर करने और उसे सशक्त एवं विकसित बनाने के लिए ग्राम पंचायत ही उचित कदम उठाती है। तो आइये दोस्तों ,इस राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर हम सभी पंचायत के नियमों का पालन करे और पंचायती राज व्यवस्था का हिस्सा बन कर पंचायत के विकास में योगदान दे । मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की और से आप सभी को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

दोस्तों, प्रधानमंत्री के पद पर बैठे , किसी भी व्यक्ति से कम से कम इतनी उम्मीद तो कर ही सकते हैं कि उस पद पर बैठने वाला व्यक्ति पद की गरिमा को बनाए रखेगा। लेकिन कल के भाषण में प्रधानमंत्री ने उसका भी ख्याल नहीं रखा, सबसे बड़ी बात देश के पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ खुले मंच से झूठ बोला। लोकतंत्र में आलोचना सर्वोपरि है वो फिर चाहे काम की हो या व्यक्ति की, सवाल उठता है कि आलोचना करने के लिए झूठ बोलना आवश्यक है क्या? दोस्तों आप प्रधानमंत्री के बयान पर क्या सोचते हैं, क्या आप इस तरह के बयानों से सहमत हैं या असहमत, क्या आपको भी लगता है कि चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जाना अनिवार्य है, या फिर आप भी मानते हैं कि कम से कम एक मर्यादा बनाकर रखी जानी चाहिए चाहे चुनाव जीतें या हारें। चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर आप क्या सोचते हैं। अपनी राय रिकॉर्ड करें मोबाइलवाणी पर।

बिहार राज्य के कैमूर ज़िला से सीताराम ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि सरकार की लापरवाही से सरकारी कार्यों में समस्या आ रही है ।भर्ती जो भी निकल रहा है ,छात्र छात्राएँ आवेदन तो कर रहे है परन्तु समय से परिणाम नहीं मिल रहा है