सीतापुर। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन रविवार को जिले के 66 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया गया। इस दौरान करीब 3600 मरीजों ने विभिन्न बीमारियों का इलाज करवाया। यह मेला शहर से लेकर ग्रामीण स्तर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगा। सुबह के समय केंद्रों पर भीड़ नजर आई। वहीं दोपहर में सन्नाटा पसर गया। इस दौरान बुखार, खांसी, दमा, हृदय रोग, चर्म रोग व आंख से संबंधित बीमारियों के मरीज पहुंचे। चिकित्सकों ने इन मरीजों को प्राथमिक तौर पर इलाज किया। पांच दिन की दवा दी। साथ ही जिला अस्पताल व सीएचसी से जांच करवाने की बात कही। सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि मेले में मरीजों का बेहतर इलाज किया गया है। पीएचसी पर महज प्राथमिक जांच की ही सुविधा रहती है। जांच के लिए मरीज सीएचसी व जिला अस्पताल भेजे जाते हैं।

सीतापुर। जिले के वासियों व आस पास के लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी रेलवे ने दे दी है। अब शहर वासियों को कई सारी ट्रेनों की सौगात मिलने वाली है। गैर जनपदों में होने वाले दोहरीकरण व अन्य मरम्मत कार्य होने के चलते कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है। इसके चलते छह ट्रेनें सीतापुर से गुजरेंगी। इससे यहां के यात्रियों को लंबे सफर के लिए राहत भी मिलेगी। यह ट्रेनें सोमवार से नए रूट पर चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे केे लखनऊ मंडल पर बाराबंकी-अयोध्या-शाहगंज-जफराबाद रेलखंड दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। हाल ही में सीतापुर से शाहजहांपुर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया था। लेकिन इन ट्रेनों के संचालन से उनको काफी राहत मिलेगी।

सीतापुर। पहाड़ों पर बर्फबारी से हवा में ठंड घुलने लगी है। तेज सर्द पछुआ हवाओं के असर से सर्दी बढ़ती जा रही है। पिछले चार दिनों में रात का पारा छह डिग्री लुढ़क गया। शाम ढलते ही ठंड बढ़ने से सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक न रैन बसेरे शुरू किए गए हैं और न ही अलाव की व्यवस्था हो सकी है। रविवार को दिन में 11 किमी प्रति घंटे की गति से सर्द हवाएं चलीं। इससे धूप के बीच भी सिहरन का अहसास हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। उधर, रात में गलन शुरू होने के बाद भी रैन बसेरों व अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। पिछले साल शहर के लालबाग चौराहे, जीआईसी व रोडवेज बस स्टैंड पर रैन बसेरे की व्यवस्था कराई थी। इन रैन बसेरों में काफी संख्या में लोग रातें गुजारते थे। वहीं सभी तहसीलों पर भी रैन बसेरों बने थे, लेकिन इस वर्ष दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक भी रैन बसेरे शुरू नहीं हो सके हैं।

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सहकारी समिति नही मिलती खाद

दिबांग की हालत से गंभीर है ग्राम रामीपुर गोडवा जिला सीतापुर नाम दिलीप कुमार पुत्र रामतीरथ तिवारी जो है परेशान किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है