सीतापुर। परसेंडी विकास खंड की एक ग्राम पंचायत में करीब दो साल से करीब 25 लाख रुपये की धनराशि का दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए शिकायतें की जा रही हैं। एक मामले में डीएम की ओर से नामित जांच अधिकारी ने छह माह बाद जांच रिपोर्ट दी। इस कारण शिकायत के आठ माह बाद प्रधान से जवाब तलब किया गया है। गांव में हैंडपंपों को कई बार मरम्मत कराकर धनराशि निकाली गई, जो हैंडपंप रिबोर कराए गए, उनकी माप पुस्तिका ही नहीं उपलब्ध कराई गई है। मामला रिखौना ग्राम पंचायत का है। ग्राम पंचायत निवासी ध्रुव कुमार शुक्ला और नरेश अवस्थी ने शपथ पत्र पर बीते साल 15 अप्रैल को प्रधान और सचिव के विरुद्ध शिकायत की। विकास कार्य कराने के लिए भेजी गई धनराशि के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया। जिस पर डीएम अनुज सिंह ने 24 अप्रैल को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अफसर को जांच अधिकारी नामित किया।