सीतापुर जिले में अवैध पैथाेलॉजी का धंधा तेजी से फल-फूल रहा है। कहीं एक कमरे में तो कही सकरी गलियों में पैथोलॉजी चल रही है। अप्रशिक्षित कर्मचारियों से काम चलाया जा रहा है। हाल यह है कि एक ही सैंपल की अलग-अलग रिपोर्ट आती है। इन रिपोर्ट पर कितना भरोसा किया जाए, यह चिकित्सक भी समझ नहीं पा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में जिले में 94 पैथोलॉजी पंजीकृत हैं। ये विभाग के मानक पूरे कर रही हैं। जबकि हकीकत में कई गुना पैथाेलॉजी चल रही हैं। अगर शहर की बात की जाए तो जिला अस्पताल के सामने व रानीकोठी मोहल्ले में कई पैथालॉजी चल रही हैं। कोई एक कमरे में तो कोई बरामदे में मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर जांच कर रहा है।