मैं पल्लवी श्रीवास्तव सीतापुर मोबाइल वाणी से जिले में प्रवेश करने वाले लोगों को अब देश के विशिष्ट महापुरुषों की गाथाओं का स्मरण होगा। उनकी गाथाओं और शिक्षा को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिले की सीमाओं पर उनके नाम से स्मृति द्वार बनाये जाएंगे। जिससे जिले में प्रवेश करने वाले लोग उन्हें नमन कर सकेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव और बजट मिल गया है। दो स्मृति द्वार बनकर तैयार भी हो चुके हैं। विधान परिषद की निधि से इन स्मृति द्वारों का निर्माण कराया जा रहा। इस काम पर 94 लाख 46 हजार रुपये खर्च होंगे। इस कार्य को कराने के लिए स्टीमेट के अनुसार 56.80 लाख रुपये की पहली किस्त कार्यदायी संस्था को भेजी गई है। विधान परिषद निधि से जिले की सीमाओं पर छह स्मृति द्वार बनाने के लिए धनराशि दी गई है।