अधिकांश ग्राम पंचायतों में मुक्तिधाम नहीं बने हैं। इससे यहां के लोगों को अंत्येष्टि करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। समय-समय पर लोगों की ओर से शासन और प्रशासन से मुक्तिधाम बनवाने की मांग भी की जाती रही है। इस समस्या का निस्तारण करते हुए मनरेगा से 56 ग्राम पंचायतों में एक-एक मुक्तिधाम बनवाया जाएगा। इस पर करीब 5.17 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिले में 1588 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से अधिकांश में मुक्तिधाम नहीं हैं। इससे ग्रामीणों को अंत्येष्टि करने में दिक्कतों को सामना करना पड़ता है। पंचायती राज विभाग की ओर मुक्तिधाम बनवाने के लिए ग्राम पंचायतों को धनराशि दी जाती है, लेकिन यह लक्ष्य बहुत कम होता है। इसीलिए मनरेगा योजना से भी मुक्तिधाम बनवाए जाएंगे, जिससे अधिक ग्राम पंचायतों को लाभ मिल सके। वर्तमान वित्तीय साल में 56 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। यहां मुक्तिधाम बनाए जाएंगे।