नगर में स्वच्छता व्यवस्था इन दिनों दिन पर दिन चरमराती जा रही है नगर के मुख मार्ग से लेकर जगह-जगह चौक चौराहा में और गलियों में कचरे के ढेर देखे जा रहे हैं हालांकि सफाई कर्मचारी अपना काम पूरी कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी से करते हैं लेकिन नगर की सीमा का विस्तार के डेढ़ साल बाद ही सफाई कर्मियों की भारती नहीं होने से स्वच्छता व्यवस्था डगमगा रही है बता दें कि विगत डेढ़ वर्ष पूर्व आसपास की आधा दर्जन ग्राम पंचायत को नगर पालिका की सीमा में शामिल किया गया था पहले नगर पालिका पन्ना में 22 वर्ड होते थे अब 28 वार्ड हो चुके हैं प्रत्येक ग्राम पंचायत में लगभग आधा दर्जन बस्तियां होने से अब नगर में लगभग तीन दर्जन बस्तियां बढ़ चुकी है ऐसे में सैकड़ो सफाई कर्मचारियों की भर्ती की आवश्यकता है लेकिन अब तक इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया जिससे नगर में शामिल की गई बस्तियों में गंदगी का अंबार देखा जा रहा है बताया गया है कि पहले ग्राम पंचायत की सरपंच व सचिव के द्वारा कभी कभार सफाई करवा दी जाती थी लेकिन नगर पालिका में शामिल होने के बाद यहां सफाई पूरी तरह से बंद है अधिकांश बस्तियों में अभी तक सड़क और नालियों का भी निर्माण नहीं हुआ जिससे यहां के लोग गंदगी और दुर्गंध से जूझ रहे हैं