शाहनगर मदन तिवारी ग्राम पंचायत खमतरा अंतर्गत ग्राम गिधौड़ा पटपरी में बने बौरा बांध की नहर का है। जो सिंचाई विभाग के एसडीओ एवं कर्मचारियों के लिए भ्रष्टाचार करने को वरदान साबित है जल संसाधन विभाग उप संभाग पवई शाह नगर अंतर्गत आने वाली सिंचाई नेहरू में किस तरह भ्रष्टाचार किया जा रहा है और संबंधित विभाग के अधिकारी एसडीओ घर बैठे मूल्यांकन कर रहे हैं और भ्रष्टाचार की रकम बांटने में कोर कसर नहीं लग रहे हैं इस और किसी का भी ध्यान नहीं है कि किस किस तरह सिंचाई संबंधी समस्या से पीड़ित हे लेकिन किसान का दर्द,कोई सुनने बाला नहीं लेकिन विभाग के जिम्मेदारों की आंखों में बंधी भ्रष्टाचार की पट्टी के कारण किसानों का दर्द किसी को समझ में नहीं आता। मामला शाहनगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत खमतरा अंतर्गत ग्राम गिधौड़ा पटपरी में बने बौरा बांध की नहर का है।जहां नहर से पानी रिसाव के चलते लगातार भरे किसानों के खेत अब जुताई करने के लायक नहीं रहे।बताते चलें कि यहां आरोही कंस्ट्रक्शन ग्वालियर द्वारा नहर में कंक्रीट किया जा रहा है।चालू काम में अक्रोशित किसान आज मौका स्थल पर पहुंचे।जहां किसानों ने बताया कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की तानाशाही के चलते यहां के किसान सही ढंग से खेती नहीं कर पा रहे हैं।दिसंबर माह खतम होने वाला है लेकिन अभी भी किसानों की जमीन गीली है।जिसके चलते उसमे जुताई नहीं की जा सकती।जल संसाधन विभाग के भ्रष्ट रवैए से किसानों के नुकसान की खबरें पहले भी प्रकाशित की गई।लेकिन शासन प्रशासन द्वारा मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब यह नया मामला फिर सामने आया है।जहां किसानों का आरोप है कि नहर में घटिया किस्म के कंक्रीट के कारण नहर से पानी का रिसाव इस कदर होता है कि जमीन हमेशा गीली रहती है,जिसके चलते खेतों में जुताई नहीं हो पाती। मामले में बड़ा सवाल यह है कि नहरों का निर्माण किसानों के हित में खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए किया जाता है,लेकिन उनमें घटिया निर्माण कार्य के चलते ये नहरें किसानों के बच्चों के मुंह का निवाला छीन लेती हैं। हम आपको सुनाते हैं किसानों की जुबानी,लेकिन सवाल यह बना रहेगा कि किसानों के हित की बात करने वाली भाजपा सरकार में क्या किसानों को इसी प्रकार की सेवाएं दी जायेगी