हेलमेट के साथ भेंट किया गया गुलाब का फूल। विगत माह में भी किया गया था निःशुल्क हेलमेट वितरण कार्यक्रम। पुलिस के डर से नही बल्कि अपने जीवन की सुरक्षा के लिये वाहन चलाते समय हेलमेट का करें उपयोग- वाहिद अली, अध्यक्ष रोटरी क्लब कुशीनगर। कसया-कुशीनगर । सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान की कड़ी में रविवार को रोटरी क्लब कुशीनगर एवं साहिल बजाज एजेंसी के संयुक्त तत्वावधान में नेशनल हाइवे ब्रिज, कसया के निकट बिना हेलमेट लगाकर जा रहे जरुरतमन्द दोपहिया चालकों में गुलाब के फूल के साथ निःशुल्क हेलमेट का वितरण किया गया। रोटरी के अध्यक्ष वाहिद अली और रोटरी क्लब पदाधिकारियों ने पुलिस कर्मियों के सहयोग से हेलमेट देने के साथ ही लोगों से आग्रह किया कि वे पुलिस के डर से नही बल्कि अपने जीवन की सुरक्षा के लिये वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें। कार्यक्रम के संयोजक साहिल बजाज ने बताया कि रोटरी द्वारा जनवरी के प्रथम सप्ताह में भी सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के अंतर्गत 20 हेलमेट वितरित किया गया था और आज पुनः इस क्रम में 25 हेलमेट वितरित हुआ है। हेलमेट के बिना गाड़ी चलाना बहुत ही खतरनाक है, दो पहिया वाहन चालकों को अनिवार्य रूप से हेलमेट लगाकर यात्रा करनी चाहिए। रोटरी के सचिव अजय सिंह ने सब इंस्पेक्टर कुलदीप मौर्या, कांस्टेबल आदित्य चौहान एवं समस्त रोटरी सदस्यों को इस कार्यक्रम के सफल आयोजित करने में सहयोग हेतु आभार प्रकट किया। इस अवसर पर रोटरी के अध्यक्ष वाहिद अली, सचिव अजय सिंह, उपाध्यक्ष साहिल अहमद, उपाध्यक्ष दिनेश कुमार यादव, कोषाध्यक्ष दुर्गेश चतुर्वेदी, पूर्व अध्यक्ष अनिल जायसवाल, निदेशक शंभू कुशवाहा, रक्तदान संयोजक विजय कृष्ण द्विवेदी, डॉ सुनील सिंह, गौरव मद्धेशिया, फैयाज खान, हसमुद्दीन अंसारी, डॉ. श्याम बिहारी जायसवाल, अमरेंद्र नारायण सिंह, राजाराम जायसवाल, सरवरे आलम (छोटे), वरुण कुमार यादव, उमेश गुप्ता कुन्नू जी एवं आदिल खान उपस्थित

घरेलू हिंसा सभ्य समाज का एक कड़वा सच है।आज भले ही महिला आयोग की वेबसाइट पर आंकड़े कुछ भी हो जबकि वास्तविकता में महिलाओं पर होने वाली घरेलु हिंसा की संख्या कई गुना अधिक है। अगर कुछ महिलाएँ आवाज़़ उठाती भी हैं तो कई बार पुलिस ऐसे मामलों को पंजीकृत करने में टालमटोल करती है क्योंकि पुलिस को भी लगता है कि पति द्वारा कभी गुस्से में पत्नी की पिटाई कर देना या पिता और भाई द्वारा घर की महिलाओं को नियंत्रित करना एक सामान्य सी बात है। और घर टूटने की वजह से और समाज के डर से बहुत सारी महिलाएं घरेलु हिंसा की शिकायत दर्ज नहीं करतीं। उन्हें ऐसा करने के लिए जो सपोर्ट सिस्टम चाहिए वह हमारी सरकार और हमारी न्याय व्यवस्था अभी तक बना नहीं पाई है।बाकि वो बात अलग है कि हम महिलाओं को पूजते ही आए है और उन्हें महान बनाने का पाठ दूसरों को सुनाते आ रहे है। आप हमें बताएं कि *-----महिलाओं के साथ वाली घरेलू हिंसा का मूल कारण क्या है ? *-----घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें अपने स्तर पर क्या करना चाहिए? *-----और आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा होती देखी तो क्या किया?

कसयाः पुलिस अधीक्षक ने पैदल गश्त कर देखी शहर में सुरक्षा व्यवस्था। कसया/कुशीनगर । शुक्रवार को एसपी धवल जायसवाल व एडीएम वैभव मिश्रा द्वारा शुक्रवार/ जुम्मे की नमाज के दृष्टिगत जनपद में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु थाना कसया क्षेत्रान्तर्गत भारी पुलिस बल के साथ फ्लैग मार्च/ पैदल गस्त कर लोगों को सुरक्षा का एहसास कराया गया। फ्लैग मार्च के दौरान लोगो से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। अधिकारियो ने पुलिस बल के साथ कसया नगर के मुख्य मार्गों पर फ्लैग मार्च किया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह, जॉइंट मजिस्ट्रेट अंकिता जैन एवं क्षेत्राधिकारी कसया कुंदन सिंह, थानाध्यक्ष गिरिजेश उपाध्याय सहित अन्य पुलिस बल मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त जनपद में समस्त क्षेत्राधिकारी/समस्त प्रभारी निरीक्षक / थानाध्यक्ष द्वारा मय पुलिस बल थाना क्षेत्रान्तर्गत आमजनमानस में विश्वास व सुरक्षा का वातावरण बनाये रखने के उद्देश्य से बाजारों एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पैदल मार्च कर, ड्रोन कैमरा द्वारा निगरानी करते हुए संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु, वाहन तथा नवयुवकों की चेकिंग व पूछताछ की गई। बाजारों में स्थित प्रतिष्ठानों/दुकानदारों से वार्ता कर सुरक्षा के दृष्टिगत प्रतिष्ठानों/दुकानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने हेतु प्रेरित किया गया तथा क्षेत्र की जनता से आपसी सौहार्द एवं भाई-चारा बनाये रखने एवं किसी प्रकार के अफवाहों से बचने की अपील की गयी। साथ ही साथ बाजारों में सब्जी विक्रेताओं, दुकानदारों, रिक्शा चालकों आदि को सड़क की पटरी से उचित दूरी पर पार्किंग / दुकान आदि लगाने हेतु निर्देशित किया गया ताकि यातायात परिचालन में कोई बाधा उत्पन्न न हो एवं घटना/दुर्घटना से बचा जा सके।

कुशीनगर: मुख्यमंत्री स्कूल सुरछा अभियान फेज 2, के तहत अग्निसमन विभाग ने बच्चों को किया जागरूक। जिले में शासन के निर्देश पर चलाएं जा रहे मुख्यमंत्री स्कूल सुरछा कार्यक्रम फेज 2 अभियान के तहत सीएफओ कुशीनगर के निर्देश में विधालय में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कुशीनगर: एसपी धवल जयसवाल के निर्देश में महिला थाना पुलिस बल द्वारा पैदल गश्त/व सघन वाहन चेकिंग किया गया तथा आमजन मानस को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया।

हमारे देश में सभी को शिक्षा का अधिकार है लेकिन लड़कियों को इसके लिए कहीं अधिक संघर्ष करना पड़ता है। कई बार घर के काम के बोझ के साथ स्कूल के बस्ते का बोझ उठाना पड़ता है तो कभी लोगों की गंदी नज़रों से बच-बचा के स्कूल का सफर तय करना पड़ता है। जैसे-तैसे स्कूल पहुंचने के बाद भी यौन शोषण और भावनात्मक शोषण की अलग चुनौती है जो रोज़ाना उनके धैर्य और हिम्मत की परीक्षा लेती है। ऐसे में लड़कियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन के साथ साथ समाज की भी है। तब तक आप हमें बताइए कि * -----लड़कियों के स्कुल छोड़ने के या पढ़ाई पूरी ना कर पाने के आपको और क्या कारण नज़र आते है ? * -----आपके हिसाब से हमें सामाजिक रूप से क्या क्या बदलाव करने की ज़रूरत है , जिससे लड़कियों की शिक्षा अधूरी न रह पाए।

युवाओं को सड़क पर तैनातकर यातायात नियमों का दिया गया प्रशिक्षण

नववर्ष पर अत्यधिक भीड़ को देखते हुए उक्त स्थल पर सकुशल शांति व्यवस्था कायम रखने एवं कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु शासन द्वारा समय-समय पर निर्गत गाइड लाइन आदेशों-निर्देशों को कड़ाई से अनुपालन कराये जाने हेतु नव वर्ष पूर्व 31 दिसंबर से फर्स्ट जनवरी तक सुपर जोनल मजिस्ट्रेट जोनल मजिस्ट्रेट तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किये हैं।

"सड़क सुरक्षा पखवाड़ा 2023" के जागरूकता कार्यक्रम अन्तर्गत "द क्रिसेन्ट स्कूल", कप्तानगंज में आज गुरुवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया।

उत्तरप्रदेश राज्य के कुशीनगर जिले केमनोज ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बाद कुशीनगर जिले का स्वास्थ्य महकमा भी शासन के निर्देश पर अलर्ट हो गया है। जिले में हर दिन साढ़े तीन सौ लोगों की कोरोना की जांच कराई जा रही है।