नगर पंचायत दुदही के वार्ड संख्या 10 स्थित श्री शितला माता मंदिर के पास लगा सोडियम लैब खराब है। जिससे मंदिर परिसर में अंधेरा छाया कर रहा है।

कुशीनगर। रामकोला थाना क्षेत्र में संचालित गन्ना लदे मानकों के विपरीत ट्राला दुर्घटना की वजह बना। टेकुआटार स्थित लहवारी मोड़ पर ट्राला ओवरटेक के दौरान दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। जिसमें दोनों बाइक चालक घायल हो गए। एक बाइक चालक गन्ना लदी ट्राला के नीचे दब कर गंभीर रूप से घायल हो गया तो दूसरा बाईक चालक फरार हो गया। स्थानीय लोगो ने घायल को ट्राले के नीचे से निकल एम्बुलेंस की मद्द से अस्पताल भेजवाया। डीएम द्वारा सख्त निर्देश के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मानकों के विपरीत निर्मित अवैध ट्रालो पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहे। इस अवैधट्रालो के कारण रामकोला थानाक्षेत्र के टेकुआटार लहवारी मोड़ के पास हादसा हो गया। रामकोला त्रिवेणी चीनी मिल की गन्ना लदी ट्राला गोबरही की तरफ से आरहा था। जिसे ओवरटेक करने के दौरान मोड़ पर ही दो बाईक आपस में टकरा गया। जिसमे एक बाईक चालक टेकुआटार बड़वा छापर निवासी धर्मेंद्र राजभर पुत्र गोगा राजभर को हल्की चोटे आई मौका देखते हुए धर्मेंद्र राजभर फरार हो गया। तो वहीं दूसरा बाईक चालक कप्तानगंज निवासी राजकुमार गन्ना लदा ट्राला के नीचे आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसको स्थानीय लोगो की मदद से एंबुलेंस द्वारा रामकोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जहां राजकुमार की हालत चिंताजनक बनीं हुई है। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने बाईकों को कब्जे में लेते हुए। गन्ना लदी ट्रैक्टर ट्राला को भी स्थानीय लोगों के साथ पुलिस साइड में कराती हुई ट्रैक्टर की चाभी कब्जे में ले ली और कार्यवाही में जुटी हुई है। रामकोला थानाध्यक्ष राजू सिंह ने बताया दो बाइको की आपस मे एक अनियंत्रित होकर ट्राले के निचे गिरा जिससे वह घायल हो गया पुलिस आगे की कार्यवाही में पुलिस जुटी हुई हैं।

तमकुहीराज हाइवे चौराहे पर दुकानदारों ने आम आदमी के सुविधा के लिए एक छायादार वृक्ष लगाया था, जिसे रात में किसी अज्ञात व्यक्ति ने नष्ट कर दिया। जिससे दुकानदारों में रोष व्याप्त हैं।

कुशीनगर कसया बस स्टैंड पर लगा आरो एटीएम महीनो से खराब पड़ा हुआ है जिससे यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

नेबुआ नौरंगिया ब्लाक के पास पशु अस्पताल है जो समय से नही खुलता है।जिससे पशुपालकों मे दिक्कत होती है।

तमकुहीराज, कुशीनगर। सेवरही विकास खण्ड के गांव हफुआ चतुर्भुज निवासी दिव्यांग सतेंद्र क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी तमकुहीराज के कार्यालय के बरामदे में धरने पर बैठे हैं, उनका आरोप है कि वे दिव्यांग है उनके पिता के नाम पहले अंत्योदय राशनकार्ड था। लेकिन अधिकारियों ने उसे पांच वर्ष पूर्व काट दिया। पूरे गांव में एक वहीं दिव्यांग हैं। और पांच वर्ष से तहसील, पूर्ति कार्यालय और ब्लाक का चक्कर लगा रहे। लेकिन दिव्यांग होने के बाद भी उनकी बात कोई सुनने को तैयार नहीं हैं।

राहगीर गिरकर हो जाते हैं इस सड़क पर चोटिल, बरसों से नहीं हुआ मरम्मत कार्य

विकास खंड विशुनपुरा के बलकुड़िया खजुरिया व पिपरा बुजुर्ग गांव के में बना ओवरहेड टैंक दर्जनो टोलो के ग्रामीणों के लिए छलावा साबित हो रहा है।वर्षों से यह ओवरहेड टैंक बदहाली के दौर से गुजर रहा है। इससे पेयजल की आपूर्ति ठप है। तमाम शिकायतों के बावजूद इसे दुरुस्त कराने की जरूरत नहीं समझी जा रही है। इससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवारों को शुद्ध पेयजल का संकट बना हुआ है।       लगभग 20 वर्ष पहले विशुनपुरा विकास खंड के बलकुडिया,माधोपुर,सिसहन,चौरी टोला,तेजवलिया ,डूमरा,दुबौली,गुलहरिया,मठिया,उसरा,सहित 11 गांवों में करीब एक लाख आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बलकुडिया गांव के उसरा टोला मे सन 2001 मे जल निगम द्वारा करीब डेढ़ करोड़ की लागत से ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया गया था।करीब 15वर्ष से ओवरहेड टैंक व वहां लगा मोटर देखरेख के अभाव में बदहाल हो चुका है। इससे इन दिनों पेयजल सप्लाई बाधित है।ग्राम प्रधान विनोद गुप्ता ने कहा की पानी टंकी की बदहाली दूर कराने के लिए प्रर्दशन से लेकर अधिकारियों से शिकायत किया जा चुका है लेकिन कोई निस्तारण नही हो सका है।आठ हजार से अधिक आबादी वाली पिपरा बुजुर्ग ग्राम सभा में पानी की समस्या लंबे अर्से से है। पेयजल संकट दूर करने के उद्देश्य से ही पांच वर्ष पूर्व इस गांव में स्वजल धारा योजना अंतर्गत पाच हजार लीटर पानी की टंकी का निर्माण कार्य कराया गया था। पूरे गांव में पाइप लाइन भी डलवाई गई थी, लेकिन यह पानी की टंकी अक्सर तकनीकी कमियों के कारण बेकार रही।बीच मे मात्र पन्द्रह दिन तक पानी का सप्लाई चालू रहा वह भी सडक पर,वर्षो से इस समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है।ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश जायसवाल ने कहा की हमारे द्वारा काफी प्रयास किया गया चालू कराने के लिए लेकिन कोई सुनवाई अधिकारी नही किये है।खजुरिया गांव में करोड़ो की लागत से 2020 मे ओवरहेड टैंक का निर्माण शुद्ध पेयजल हेतू हुआ था।जो आज तक शूरू नही हो सका है। ग्राम प्रधान मारकंडे गुप्ता का कहना है की पानी टंकी की शूरूआत के लिए अधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नही हो सका है। 

ग्रामीण पी रहे हैं दूषित पानी

किसानों के गेहूं तथा सरसों की फसल को चर तथा रौद्र कर कर दे रही है बेकार